आगरा: यमुनापार क्षेत्र के रहने वाले युवक ने बड़े भाई को जेल भेजने का पूरा प्लान बना रखा था। मां की बीमारी से मृत्यु के बाद उसने अपने ही घर में पुश्तैनी आभूषणों की चोरी कर ली। भाई पर आरोप लगाने के लिए अधिकारियों से मिलकर शिकायत भी की। अधिकारियों से बातचीत के दौरान रिकॉर्डिंग भी करना शुरू कर दी। पुलिस की जांच में मामले से पर्दा उठ गया। एत्माद्दौला पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मौसी उसके बेटे और दो अन्य दोस्तों की तलाश की जा रही है।
ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा
ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
कालिंदी विहार के रहने वाले दिव्यांशु सिंह के पिता और माता दोनों ही पुलिस विभाग में तैनात थे। दिव्यांशु के पिता के सेवानिवृत्त होने के बाद उनकी माताजी ने कालिंदी विहार में नया मकान बनवाया था, जहां पर दिव्यांशु की मां और उनका छोटा भाई भानु प्रताप रह रहे थे। बताया गया है कि दिव्यांशु ने प्रेम विवाह किया था, जिससे उनकी मां उनसे नाराज चल रही थी। वही बताया गया है कि कैंसर की बीमारी होने के कारण इसी वर्ष फरवरी माह में मां का देहांत हो गया। जब भानु प्रताप ने दिव्यांशु को मां के देहांत होने की सूचना दी और शव एसएन अस्पताल में होने की बात कही तो दिव्यांशु वहां पर पहुंचा। भानु प्रताप वहां से जा चुका था। पुलिस के अनुसार भानु प्रताप वहां से सीधे नए वाले घर कालिंदी विहार में पहुंचा और वहां पर घर में रखे पुश्तैनी आभूषणों को चोरी कर लिया। बाद में उसने दिव्यांशु पर चोरी का आरोप लगाने के लिए अधिकारियों से मुलाकात की। पुलिस ने मामले में जांच की तो पता चला कि भानु प्रताप ने अपनी मौसी आरती के साथ योजना बनाकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था और वहां से चोरी करने के बाद वह अपनी मौसी को सारे आभूषण दे गया था। कुछ आभूषण अपने लिए निकाल लिए थे। इसके बाद वह चुपचाप अस्पताल आ गया और वहां से दाह संस्कार करने के बाद चला गया। मौसी अपने बेटे के साथ आभूषणों को लेकर भोपाल चली गई। भानु प्रताप ने अपने भाई दिव्यांशु को फसाने के लिए चोरी की वारदात का आरोप उस पर लगा दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और जांच के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। खुलासे में एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित की अहम भूमिका रही।