मध्यप्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र में विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार राज्य में किसानों को कृषि संबंधी सभी मदद उपलब्ध करा रही है। ताकि किसानों को फसल उत्पादन कार्य जैसे निराई-गुडाई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई एवं भंडारण आदि में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो। इसी बीच मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने किसानों के हित में एक अहम फैसला लिया है। रबी सीजन में फसलों की सिंचाई को लेकर किसानों काे किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए राज्य सरकार ने सभी जिलों में ट्रांसफार्मर की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी है। इस बार किसान रबी सीजन में फसलों की सिंचाई आसानी से कर पाएंगे। उनके खेतों में ट्रांसफार्मर की व्यवस्था आसानी से उपलब्ध होगी। इसके लिए राज्य सरकार ने विद्युत वितरण कंपनी को निर्देश दिए हैं। आइए ट्रैक्टरगुरू के इस लेख में जानते हैं कि मध्यप्रदेश सरकार ने रबी सीजन के लिए क्या-क्या तैयारियां की है और सरकार किसानों को किस प्रकार इसका लाभ देगी।
12 हजार ट्रांसफार्मर का अग्रिम स्टॉक
दरअसल इस साल राज्य में मानसून की बेरुखी की वजह से कई जिले सूखे की चपेट में आ गए हैं। आलम यह है कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में खरीफ फसलों की बुवाई भी नहीं हो पाई है, और मध्यप्रदेश के जिन हिस्सों में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी हैं वहां मानसून की बेरूखी एवं सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण फसलों की सिंचाई में किसानों को काफी परेशानियां उठानी पड़ी। इससे किसानों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा है। लेकिन आने वाले महीनों में किसान को रबी सीजन में बुवाई, निराई-गुडाई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई एवं भंडारण आदि में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रदेश सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री के निर्देशानुसार बिजली कंपनी किसानों की हर संभव मदद कर रही है। एक माह बाद प्रारंभ होने वाले रबी सीजन की भी बिजली कंपनी ने प्रभावी तैयारी कर मालवा-निमाड़ के सभी 15 जिलों की सिंचाई व्यवस्था के लिए 12 हजार ट्रांसफार्मरों का अग्रिम स्टाक रखा है, जो पात्रतानुसार मात्र दो घंटे में किसानों को जारी कर दिए जाएंगे। ताकि रबी सीजन फसलों का सिंचाई का कार्य प्रभावित न हो।
बिजली लोड के सवा तीन हजार मेगावाट के पार पहुंचने की संभावना
मध्य्रप्रदेश के पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि कृषि क्षेत्र में लगातार आ रही सिंचाई समस्या के लिए विद्युत वितरण कंपनी हर संभव प्रयास कर रही हैं। क्षेत्र के सभी जिलों में ट्रांसफार्मरों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। ट्रांसफार्मर में खराबी आने की सूचना के बाद जल्दी ही इन्हें बदला जाएगा। विद्युत वितरण कंपनी सिंचाई के लिए सस्ती बिजली उपलब्ध कराएगी। फसलों की सिंचाई के लिए यदि कोई किसान स्थायी कनेक्शन की मांग करता है, तो उसे तत्काल बिजली कनेक्शन दिया दिया जाएगा। विभाग द्वारा नजदीक लाइन से किसान को कनेक्शन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कंपनी क्षेत्र में 13 लाख से ज्यादा किसानों को रबी की सीजन में सिंचाई के लिए गुणवत्तापूर्ण बिजली वितरित की जाएगी। इस बार सिर्फ रबी सिंचाई के लिए लोड ही सवा तीन हजार मेगावाट के पार पहुंचने की संभावना है।
मांग पर जल्दी ही पहुंच जाएगा ट्रांसफार्मर
पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार बिजली कंपनी किसानों की हर संभव मदद कर रही है। किसानों की रबी सीजन सिंचाई के लिए कंपनी के स्थाई ट्रांसफार्मर डिपो इंदौर, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, धार, बड़वाह में कुल 8 हजार ट्रांसफार्मरों का स्टाक रहेगा। साथ ही रबी की सीजन के लिए बने अस्थाई डिपो देवास, आगर, शाजापुर, मनासा, बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, झाबुआ, आलीराजपुर में आवश्यकतानुसार 300 से 600 ट्रांसफार्मरों का स्टाक हर वक्त उपलब्ध रहेगा। ये ट्रांसफार्मर 25 केवी, 63 केवी, 100 केवी के है। उन्होंने बताया कि हर जिले में ट्रांसफार्मरों का पर्याप्त स्टाक होने से किसानों की मांग पर ट्रांसफार्मर दो घंटे में मौके पर पहुंचाया जा सकेगा। इससे सिंचाई कार्य प्रभावित नहीं होगा। रबी सीजन के लिए प्रत्येक जिले में ट्रांसफार्मरों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। ताकि रबी सीजन का सिंचाई का कार्य प्रभावित न हो।