बांग्लादेश में ट्रेन की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गई. जबकि 6 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. मरने वाले स्टूडेंट और टीचर हैं. ये सभी लोग माइक्रोबस से वाटरफॉल देखकर लौट रहे थे.घटना चट्टोग्राम के मीरशराय उपजिला की है. घटना के वक्त रेलवे क्रॉसिंग का गेट खुला था, इसलिए ड्राइवर ने ट्रेन का ध्यान नहीं दिया. हादसे के बाद ट्रेन बस को एक किमी दूर तक घसीटते हुए ले गई.पुलिस का कहना है कि मरने वाले 9 यात्रियों की पहचान कर ली गई है. सभी मृतक हाथाजरी उपजा के अमन बाजार इलाके में स्थित 'आर एंड जे प्लस' नामक कोचिंग सेंटर के छात्र और शिक्षक थे. मृतक चार शिक्षक जीसन, साजिब, रकीब और रेडवान थे. बाकी पांच की पहचान हिशाम, आयत, मारुफ, तसफिर और हसन स्टूडेंट के रूप में हुई. ये सभी एसएससी और एचएससी की तैयारी कर रहे थे.

6 घायलों में माइक्रोबस हेल्पर तौकिद इब्ने शॉन, 11वीं कक्षा के छात्र मोहम्मद माहिम, तनवीर हसन ह्रीदोय, मोहम्मद इमोन और एसएससी उम्मीदवार तशमीर पाबेल और मोहम्मद सैकोट शामिल हैं.हठजारी उपजिला निर्बाही अधिकारी (UNO) शाहिदुल आलम ने बताया कि दुर्घटना दोपहर करीब 12.45 बजे हुई. रेलवे क्रॉसिंग से माइक्रोबस गुजर रही थी, तभी सामने से चट्टोग्राम जाने वाली प्रोभाती एक्सप्रेस ट्रेन आ गई. घटना में बस ट्रेन की चपेट में आ गई.बताया गया कि माइक्रोबस सवार स्टूडेंट और टीचर मिरसराय के खैयाछरा वाटरफॉल से लौट रहे थे. इससे पहले दोपहर में रेलवे अधिकारियों ने घटना की जांच के लिए रेलवे (पूर्वी क्षेत्र) के मंडल परिवहन अधिकारी अंसार अली के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन किया. रेलवे (पूर्वी क्षेत्र) के महाप्रबंधक जहांगीर हुसैन ने घटना की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि कमेटी से जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है.

कमेटी में अन्य चार सदस्य मंडल कार्यकारी अभियंता-1 अब्दुल हमीद, मंडल यांत्रिक अभियंता जाहिद हसन, रेलवे सुरक्षा बल कमांडेंट रेजानुर रहमान और मंडल चिकित्सा अधिकारी अनवर हुसैन को रखा गया है.मीरसराय रेलवे पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी (ओसी) नाजिम उद्दीन ने बताया कि रेलवे पुलिस ने शुक्रवार शाम करीब 6 बजे रेलवे के गेटमैन सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार किया. मीरशराय दमकल कर्मियों ने मौके पर जाकर शवों को कब्जे में लिया.माइक्रोबस में सवार तीन अन्य यात्रियों को बचा लिया गया. उन्हें चट्टोग्राम मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वे खैयाछारा वाटर फॉल देखने के बाद वापस जा रहे थे, तभी ढाका जा रही प्रोभाती एक्सप्रेस ट्रेन उनकी माइक्रोबस से टकरा गई और करीब एक किलोमीटर तक घसीटते ले गई.