टाटा ग्रुप बहुत जल्द कंज्यूमर ब्रांड में रिलायंस और यूनिलीवर को टक्कर देने की तैयारी कर रहा है। यह ग्रुप अभी इस सेक्टर में पांच बड़े ब्रांड खरीदने के सौदे को लेकर बातचीत कर रहा है। अगर टाटा ग्रुप अपनी योजना के मुताबिक आगे बढ़ने में सफल रहा तो इस सेक्टर में आने वाले समय में बहुत कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। क्योंकि, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले से ही दर्जनों कंपनियां खरीदने की तैयारियों में जुटी हुई है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक टाटा ने कंज्यूमर ब्रांड के मुकाबले में इस सेक्टर की पहले से स्थापित बड़ी कंपनियां, जैसे कि मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड यूनिलीवर के साथ महामुकाबले की तैयारी शुरू कर दी है। 10,300 करोड़ डॉलर के भारतीय समूह की खाद्य और पेय इकाई टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड देश के प्रतिस्पर्धी कंज्यूमर गूड्स सेक्टर के पांच ब्रांड खरीदने के लिए बातचीत कर रही है और इसको लेकर उसे काफी उम्मीदें हैं।
टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के सीईओ सुनिल डिसूजा ने एक इंटरव्यू में कहा है कि कंपनी के भविष्य के विकास के लिए 'महत्वपूर्ण राशि' इनॉर्गेनिक विस्तार से जुटाई जाएगी। उन्होंने कहा है कि कई कंपनियों के साथ गंभीर बातचीत चल रही है। हालांकि, उन्होंने उन संभावित कंपनियों की ओर इशारा करने से मना कर दिया। अलबत्ता उन्होंने कहा है कि उन कंपनियों से बातचीत की जा रही है, जहां अच्छी वैल्यूशन की उम्मीद है। टाटा की यह कंपनी टाटा टी और एट ओ क्लॉक कॉफी बेचती है। डिसूजा ने कहा, 'हम संभावित टारगेट तक पहुंच रहे, जिनसे बात करने पर उनकी दिलचस्पी का पता चले।
लेकिन टाटा ग्रुप के लिए कंज्यूमर ब्रांड के बाजार में यह मुकाबला आसान नहीं रहने वाला। उसके सामने वैश्विक विशाल ब्रांड यूनिलीवर भी है और मुकेश अंबानी की महाविशाल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भी। ये दोनों इस क्षेत्र की दिग्गज और स्थापित खिलाड़ी हैं। रॉयटर की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस 6 महीने के भीतर 60 छोटे किराना और घरेलू उपभोक्ता ब्रांड हासिल करने की योजना पर काम कर रहे हैं। रिलायंस कंज्यूमर गुड्स के कारोबार पर काम कर रही है और इसके लिए इसने दर्जनों किराना और गैर-खाद्य ब्रांड को खरीदने की योजना तैयार की है।