गुजरात सहित पुरे देशमे आज़ादी के 75 वर्ष पुरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीकी औरसे शुरू किए गए अमृत महोत्सव को गुजरात राज्य सहित पूरा देश जश्न मना रहा है,

     ऐसेमे गुजरात शिक्षणमंत्री ने सारी स्कूलोमें 1 ऑगस्ट से भारत माता पूजन और व्याख्यान का आदेश जारी किया है, जिसको लेकर जामियत उलमा गुजरात ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर के अपना विरोध दर्ज़ करवाया है,

इस प्रेस नोट मै जनरल सेक्रेटरी निसार अहमद अंसारी का ये कहना है की हमने भी हमारे एसोसिएट की और मुस्लिम स्कूलोमें आज़ादी का अमृत महोत्सव की आजादी को सेलिब्रेट करने को कह दिया है, लेकिन शिक्षण मंत्रिने जो भारतमाता की पूजन करनेका आहवान किया है जो सरासर गलत और बंधारण के खिलाफ होनेकी वजह से हम एतराज दर्ज़ कराते है.

        उन्होंने संयुक्त शिक्षण नियामक गांधीनगर को एक लिफाफा भेज के भारतमाता पूजन शब्द को दूर करने की बिंनंती की है.

      परिपत्र के अनुसार हर स्कूलके संचालक को आजादीका अमृत महोत्सव के कार्यक्रम मै भारतमाता की पूजा और व्याख्यान का जो आहवान करनेमे आया है जो भारतके बंधारण के सर्वधर्म संभाव की भावनाके विरुद्ध है,जमियत उलमा और जमाते इस्लामी इस परिपत्र के खिलाफ अपनी नाराजगी दर्ज़ कराते हुवे कहा के यह आदेश इस्लाम के सिद्धांत के खिलाफ है, साथ मै उन्होंने कहा भारत की 75 मी आजादी का अमृत महोत्सव से हमें भी बेहद ख़ुशी है, हम भारतकी आजादी का जश्न मिलके मनाना चाहते है और हमारी सारी स्कूलोमें भी हमने परिपत्र जारी करके आजादी का अमृत महोत्सव का जश्न मनाने के आदेशभी जारी कर दिए है, बस हमारी ये एक दरखास्त को मंज़ूर करने की गुजारिश पेश की है की भारतमाता पूजन शब्द को हटा दिया जाये...!!!

रिपोर्टर : वारिस सैयद

हिमतनगर.