प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को देशवासियों के साथ मन की बात की है. मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि अगस्त के इस महीने में, आप सभी के पत्रों, संदेशों कार्ड ने, मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया है.पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव के ये रंग केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी देखने को मिले. बोत्स्वाना में वहां के रहने वाले स्थानीय गायक ने भारत की आजादी के 75 साल मनाने के लिए देशभक्ति के 75 गीत गाए. आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने वाले अनसुने नायक-नायिकाओं की कहानी है 'स्वराज'. दूरदर्शन पर हर रविवार 'स्वराज' का रात 9 बजे प्रसारण होगा जो 75 सप्ताह तक चलने वाला है. मेरा आग्रह है कि आप इसे खुद भी देखें अपने बच्चों को भी जरूर दिखाएं.
उन्होंने कहा कि 'मन की बात' में ही चार महीने पहले मैंने अमृत महोत्सव की बात की थी. उसके बाद अलग-अलग जिलों में स्थानीय प्रशासन जुटा, स्वयं सेवी संस्थाएं स्थानीय लोग जुटे, देखते ही देखते अमृत सरोवर का निर्माण एक जन आंदोलन बन गया है. असम के बोंगई गांव में एक दिलचस्प परियोजना चलाई जा रही है, वो है- प्रोजेक्ट संपूर्णा. इस प्रोजेक्ट का मकसद है कुपोषण के खिलाफ लड़ाई इस लड़ाई का तरीका भी बहुत यूनिक है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि United Nations ने एक प्रस्ताव पारित कर वर्ष 2023 को International Year of Millets घोषित किया है. आपको ये जानकर भी बहुत खुशी होगी कि भारत के इस प्रस्ताव को 70 से ज्यादा देशों का समर्थन मिला था. आज दुनिया भर में, इसी मोटे अनाज का, Millets का, Craze बढ़ता जा रहा है. Millets, मोटे अनाज, प्राचीन काल से ही हमारे Agriculture, Culture Civilisation का हिस्सा रहे हैं. हमारे वेदों में Millets का उल्लेख मिलता है, इसी तरह, पुराणनुरू तोल्काप्पियम में भी, इसके बारे में, बताया गया है.