जन्माष्टमी (Janmashtami) पर शुक्रवार को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. दिल्ली में बड़ी संख्या में लोग मंदिरों के बाहर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे.यहां भक्तों के लिए शहर में कई मंदिर परिसरों के बाहर तंबू लगाए गए और कालीन बिछाई गई. इन मंदिरों के बाहर माला और मिठाई बेचने वाले स्टॉल पर भी लोगों की भारी भीड़ दिखी. हालांकि, कई लोग बिना मास्क लगाए दिखे.

जय कन्हैया लाल के नारे से गूंज उठे मंदिर

जैसे ही रात के 12 बजे सभी मंदिर 'बोलो नंद गोपाल की, जय कन्हैया लाल की' नारे से गूंज उठे. मंदिरों में घंटियां बजाकर कान्हा जी (Lord Shri Krishna) के जन्म की खुशियां मनाई गईं. कई मंदिरों में शंखनाद और ढोल बजाए गए. लोगों के चेहरे पर श्रीकृष्ण जन्म की खुशियां साफ देखने को मिल रही थीं. सभी मंदिरों में कई प्रकार की मनमोहक झांकियां सजाई गई थीं, जिन्हें देखकर भक्त भाव-विभोर हो गए.

मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

ऐसे ही एक मंदिर में कान्हा जी (Lord Shri Krishna) के दर्शन करने पहुंचीं 25 वर्षीय कृतिमा ने कहा, 'आज हमारे लिए एक बड़ा दिन है. मैं भगवान कृष्ण की एक उत्साही अनुयायी हूं. आज हर मंदिर को सजाया गया है. सुबह मैं इस्कॉन मंदिर गई. वहां की आभा अलग थी.'

कई जगहों पर किया ट्रैफिक डायवर्जन

लोगों ने मंदिरों से अपने परिवार के लिए प्रसाद भी लिया. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के मंदिरों में हजारों लोग पहुंचे जिससे पूजा-अर्चना के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं. ट्रैफिक मैनेज करने के लिए कई सड़कों रूट डायवर्जन भी किया गया था.

मंदिरों में होते रहे भजन और प्रवचन

मंदिरों में कृष्ण (Lord Shri Krishna) भजन और प्रवचन आयोजित किए गए. बहुत सारे मंदिरों में बच्चों ने रंग-बिरंगे परिधानों में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दीं. बिड़ला मंदिर के पुजारी सुरेश चंदर शर्मा ने कहा कि सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर आने लगे. कुरुक्षेत्र में गुरुवार शाम से ही मंदिरों में लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी.