शीतला सप्तमी का पावन त्यौहार उल्लास के साथ पूरे महिला वर्ग द्वारा मनाया गया। महावीर इंटरनेशनल अपेक्स उपाध्यक्ष ओम प्रकाश बांठिया ने बताया कि राजस्थान में परंपरागत त्योहारों को उल्लास के साथ बनाने की पावन परंपरा रही है ,‌होली के पश्चात कई स्थानों पर नियमित रूप से गैर के एवं शीतला सप्तमी पर विशेष रूप से सभी परिवारों में ठंडा भोजन ही उपयोग में लिया जाता है , शीतला सप्तमी के एक दिन 

पूर्व विभिन्न प्रकार का भोजन बनाया जाता है, इस पर्व पर विशेष कर सभी उम्र की महिलाएं नव विवाहित से लेकर वरिष्ठ उम्र की दादी तक कथा में सम्मिलित होती है, शीतला माता की विधिवत पूजा आराधना एवं कथा का वाचन किया जाता है एवं परिवार में सुख शांति की मंगल कामना की जाती है। गोकुलधाम सोसायटी के अरविंद सालेचा,जितेंद्र जीरावला ने बताया कि सोसाइटी में भी सभी परिवार की महिलाओं ने मिलकर शीतल सप्तमी को शीतला माता का व्रत रखा कर, विधिवत कथा वाचन एवं घरों पर ठंडे भोजन की व्यवस्था रखी गई एवं उल्लास के साथ परिवारजनों ने कार्यक्रम में भाग लिया, साथ ही बालोतरा के समीप ऐतिहासिक शीतला सप्तमी के तीर्थ कनाना में के भव्य डंडिया गैर नृत्य , शीतला माता के मेले में भी बालोतरा के हजारों की संख्या में श्रद्धालु जनों के साथ में गोकुलधाम सोसायटी के सदस्यों ने भी भाग लिया।