चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत चिन्हित ग्राम पंचायत मे टीबी रोगियो की खोज हेतु सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान द्वितीय चरण का शुभारंभ सोमवार से किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 ओ.पी. सामर ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत जिले की चिन्हित ग्राम पंचायतो मे टीबी रोगियो की खोज हेतु सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान का द्वितीय चरण दिनांक 10 मार्च 2025 से 25 मार्च 2025 तक चलेगा। 

सर्वे हेतु ग्राम पंचायतो को किया चिन्हित: डॉ0 कुलदीप मीना ने बताया कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत जिले मे सर्वे हेतु ग्राम पंचायतो को टीबी मुक्त करने के लिए चिन्हित किया गया है। इन चिन्हित ग्राम पंचायतो मे समय - समय पर विभिन्न गतिविधियो का आयोजन किया जा रहा है। इसी संदर्भ मे सोमवार से इन ग्राम पंचायतो मे एक्टिव केस फाईन्डिग अभियान का द्वितीय चरण का प्रारम्भ किया जा रहा है। सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान के तहत इन चिन्हित क्षेत्र मे आशा सहयोगिनी, एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ द्वारा घर-घर जाकर सर्वे के दौरान यदि किसी लाभार्थियों को टीबी के लक्षण पाये जाते है तो उन्हे नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच करवाने हेतु रेफर किया जायेगा। डॉ0 कुलदीप मीना ने बताया कि जिले मे सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान के अन्तर्गत स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा चिन्हित क्षेत्र मे जाकर डिजीटल हैल्थ मोबाईल एप के माध्यम से टीबी केसेस का सर्वे एवं स्क्रीनिग की जायेगी।

इन मरीजो की होगी स्क्रीनिग: सर्वे के दौरान हाईरिस्क गु्रप जैसे - टीबी रोगी के सम्पर्क मे रहने वाले व्यक्ति, मधुमेह रोगी, सिलिकोसिस रोगी, एचआईवी संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति, धुम्रपान, मद्यपान करने वाले व्यक्ति, डायलिसिस रोगी आदि व्यक्तियो को प्राथमिकता देते हुए स्क्रीनिग की जायेगी। इन व्यक्तियो को संभावित टीबी रोगी मानते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र मे बलगम की जांच, एक्स-रे आदि जांच द्वारा टीबी रोग का निदान किया जायेगा। टीबी रोग की पुष्टि होने पर अतिशीघ्र रोगी का उपचार प्रारम्भ किया जायेगा।