अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा से सम्बद्ध असम कुर्मी क्षत्रिय सभा का 78वां राज्य स्तरीय स्थापना दिवस आगामी अंग्रेजी तिथि 13 फरवरी 2025, गुरुवार (30 माघ) को लखीमपुर जिले के बिहपुरिया क्षेत्र के अंतर्गत डंगिबिल में दिनभर के कार्यक्रम के साथ आयोजित किया जा रहा है।

कार्यक्रम विवरण:

सुबह 7:30 बजे – ध्वजारोहण। ध्वजारोहण करेंगे – बसुदेव कुर्मी, अध्यक्ष, आयोजन समिति।

सुबह 8:00 बजे – वृक्षारोपण। वृक्षारोपण करेंगे – गोपाल कुर्मी, महासचिव, असम कुर्मी क्षत्रिय सभा।

सुबह 8:30 बजे – स्मृति तर्पण। तर्पण करेंगे – शंकर कुर्मी, अध्यक्ष, लखीमपुर जिला कुर्मी क्षत्रिय सभा।

सुबह 9:00 बजे – भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा।

सुबह 10:30 बजे – झूमर प्रतियोगिता और मंच उद्घाटन।

उद्घाटनकर्ता – जयराम कुर्मी, सलाहकार, असम कुर्मी क्षत्रिय सभा।

निर्णायक – श्रीकांत महतो एवं हरिचंद्र कुर्मी (लोक कलाकार)।

दोपहर 1:00 बजे से – खुला सत्र।

खुला सत्र के अध्यक्ष – पद्म कुर्मी, अध्यक्ष, असम कुर्मी क्षत्रिय सभा।

उद्घाटन भाषण – संतोष कुर्मी, सदस्य, अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा।

मुख्य अतिथि एवं विशेष आमंत्रित व्यक्ति:

1. डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा (मुख्यमंत्री, असम)।

2. सुदामा प्रसाद ओकेला (अध्यक्ष, अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा)।

3. सदानंद पटेल (कार्यकारी अध्यक्ष, अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा)।

4. प्रदन बरुआ (सांसद, लखीमपुर लोकसभा)।

5. रूपेश ग्वाला (गृह एवं श्रम मंत्री, असम)।

6. रंजीत दत्ता (सांसद, तेजपुर लोकसभा)।

7. टेरेस ग्वाला (अध्यक्ष, चाय जनजाति राष्ट्रीय महासभा)।

8. योगेन मोहन (कैबिनेट मंत्री, असम)।

9. बिमल बोर (संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री, असम)।

10. कामाख्या प्रसाद तासा (सांसद, काजीरंगा लोकसभा)।

11. संजय किशन (अध्यक्ष, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग)।

12. अमिया कुमार भुइयां (विधायक, बिहपुरिया क्षेत्र)।

13. अरुण कवार (महासचिव, चाय जनजाति राष्ट्रीय सम्मेलन)।

14. धीरज ग्वाला (अध्यक्ष, AATSA केंद्रीय समिति)।

15. प्रदीप नाग (अध्यक्ष, AASA)।

16. दिगंत घाटोवार (विधायक, बिहाली क्षेत्र)।

17. जयप्रकाश सिंह (अध्यक्ष, झारखंड कुर्मी क्षत्रिय सभा)।

18. सत्येंद्र सिंह (अध्यक्ष, बिहार कुर्मी क्षत्रिय सभा)।

19. शोभाराम वर्मा (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कुर्मी क्षत्रिय सभा)।

20. पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश कुर्मी क्षत्रिय सभा के अध्यक्षगण।

असम के सभी जिलों के साथ-साथ बराक और ब्रह्मपुत्र घाटी के कुर्मी समुदाय के लोगों से आयोजन समिति की ओर से इस सभा में उपस्थित होने का अनुरोध किया गया है।