वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट में एक बार फिर निराशा हाथ लगी है बजट में किसी भी वर्ग को राहत पहुंचाने के प्रयास बजाए बिहार चुनाव पर बजट को पेश किया गया, महंगाई और बेरोजगारी को कम करने की दिशा में यह सरकार सोच ही नहीं रखती है। केंद्र की भाजपा सरकार सिर्फ पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है देश की जनता से इस सरकार का कोई सरोकार नहीं है । देश का किसान एमएसपी की मांग कर रहा है बजट में इसका कोई जिक्र नहीं किया गया। कोटा को आईटी हब के रूप में विकसित करने के लिए कोई घोषणा नहीं की गई जबकि कोटा में आईटी हब का इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है, पर्यटन विकास को लेकर भी बजट में निराशाजनक बजट प्रस्तुत किया गया, यही नहीं कृषि आधारित बड़े उद्योगों से रोजगार के अवसर सृजन हो सकते हैं अर्थव्यवस्था में सुधार हो सकता है लेकिन डबल इंजन की सरकार ने राजस्थान को पूरे बजट में दरकिनार किया और जनता को निराशा ही हाथ लगी।