राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर वीर बाल दिवस पर अन्नाथ वीर बालक हर्षल मेघवाल शहीद का दर्जा व न्याय मांगकी  सामरिया बताया आरक्षित वर्ग का वीर बालक होने के कारण कोटा जिला प्रशासन व राजस्थान सरकार ने आज दिनांक तक वीर बालक मृतक हर्षल को न्याय नहीं दिया । मृतक हर्षल मेघवाल 12 वी कक्षा सरकारी स्कूल का रेगुलर छात्र था। 5 अगस्त 2024 को पंकज सुमन उम्र 16 साल बच्चा तेज बहाव पानी मे डूब रहा था वहा खडे सभी बच्चे व्यक्ति देख रहे थे परन्तु उसे बचाने कोई आगे नहीं आया उसी जगह खडा वीर बालक हर्षल मेघवाल 19वर्ष स्वयं की जान की परवाह किये बिना विरता का परचिय देते हुए तेज बहाऊ पानी में पंकज सुमन को बचाने कुद गया  पंकज सुमन को तो बचा दिया लेकन तेज बहाऊ मे खुद को नहीं बचा सका। दुसरे कि जिन्दगी बचाकर खुद जिन्दगी गवा देने वाले वीर बालक हर्षल मेघवाल अनुसूचित जाती का होने के करण कोटा जिला प्रशासन व राजस्थान सरकार ने न्याय नहीं दिया। राष्ट्रपति महोदया अन्नाथ वीर बालक हर्षल मेघवाल को शहीद का दर्जा दिलाकर अन्नाथ वीर बालक मृतक हर्षल मेघवाल को न्याद दिलाकर उसकी आत्मा को शान्ति प्रधान करे । मानवता की हत्या होने से बचाया जाए वरना भविष्य मे किसी की मदद के लिए कोई आगे नहीं आएगा। 14 अप्रैल 2025 को बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर राजस्थान सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के वीर बालक के साथ न्याय नहीं करने के कारण अन्याय दिवस मनाया जाएगा कोटा 14 अप्रैल को कोटा कलेक्टर चौराहे पर वीर बालक को न्याय दिलाने हेतु विशाल न्याय सभा  आयोजित कि जाएगी। अन्नाथ हर्षल को न्याय नहीं मिला तो भाजपा सरकार अनुसूचित जाति विरोधी सरकार हैं साबीत होगी। 23 दिने के अन्नाथ बालक हर्षल मेघवाल को  पालनहार  (नानी) मांगी बाई मेघवाल। ग्राम रामराजपुरा पोस्ट मानसगाव तहसील लाडपुरा जिला कोटा पालपोषकर बडा किया।