राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के मध्य संयुक्त उद्यम (साझेदारी/ जेवी) किए जाने के विरोध में महिला कर्मचारियों व अधिकारियों में भी भारी आक्रोश हे दूसरे दिन के कार्मिक धरने पर थर्मल की पांच महिला अभियंता व कार्मिक बैठी।
संघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता वीरेन्द्र कश्यप ने बताया कि विद्युत उत्पादन पावर प्लांटो के ज्वाइंट वेंचर किए जाने के विरोध में थर्मल के अभियंता व कर्मचारियों द्वारा 51 वें दिन भी प्लांट मेन गेट पर 1 घंटा कार्यबहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया गया
क्रमिक धरने पर बैठने के लिए कार्मिकों में होड़ लगी हुई है कई कार्मिकों ने अग्रिम दिनों में धरने पर बैठने के अपने नाम संघर्ष समिति को लिखवा दिए हैं। संघर्ष समिति के प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी महेशचंद डागुर ने कहा कि विद्युत उत्पादन प्रदेश कार्य समिति के निर्देशानुसार तय की गई आंदोलन की रूपरेखा कोटा थर्मल सहित राजस्थान के सभी पावर प्लांटो में सामान रूप से लागू हो रही है साथ ही पांचों विद्युत निगमों की प्रदेश कार्य समिति की तय की गई आंदोलन की योजना भी उत्पादन निगम में सामान रूप से अनुसरित होगी
बुधवार को पांचों निगमों के कार्मिकों की तरह ट्विटर पर उत्पादन निगम कार्मिकों ने ट्वीट कर विरोध जताया। समिति के पदाधिकारी निरन्तर जनप्रतिनिधियों के साथ एवं जेवी से सीधे तौर पर प्रभावित होने वाले लोगों से संपर्क कर समर्थन मांग रहे हैं