कोटा में आज गुरुवार को एक भारी भरकम नदी नहर में जा गिरा। जो वापस बाहर नहीं निकल पाया। नहर की गहराई की वजह से और नंदी नहर में ही फंसा रहा। लोगों की निगाह उस पर पड़ने पर उसे क्रेन की मदद से बाहर निकाला। करीब ढाई क्विंटल वजनी नंदी को बाहर निकाला। उसकी जान बचाई। सर्द मौसम में अधिक समय तक पानी में रहने से नंदी की जान को खतरा था। ऐसे में उसे युवाओं की टीम ने क्रेन की मदद लेकर बाहर निकाला।

बूंदी रोड़ कुन्हाड़ी एक्जोटिका रिसोर्ट के पीछे पार्श्वनाथ चौराहे के पास नहर में नंदी गिरा था। आसपास मौजूद लोगों ने सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु लोधा व दीपक सुमन को सूचना दी। विष्णु लोधा ने बताया कि उन लोगों ने मौके पर पहुँचकर लोगों की सहायता से सांड को निकालने का प्रयास किया।

 लेकिन सांड का वजन अधिक होने के कारण बार-बार प्रयास असफल रहा। फिर नहर में उतरकर कड़ी मशक्कत से सांड को क्रेन से बांधकर ऊपर खींचकर श्रीराम गौ सेवा संस्थान गिरधरपुरा के सदस्यों की सहायता से नंदी को सुरक्षित बाहर निकाला। दीपक सुमन ने बताया कि नहर पक्की व गहरी होने से नंदी नहर में गिरते समय हल्का चोटिल भी हो गया और पानी में घबरा रहा था। लेकिन बाहर निकलने के बाद अब सुरक्षित है।

 इस नहर की सुरक्षा दीवार की ऊंचाई कुछ जगह पर सड़क के बराबर या सड़क से नीचे है। जिससे नहर में कई बार मवेशी व वाहन गिर चुके हैं। नंदी को सुरक्षित बाहर निकालने में भुवनेश कच्छावा, रवि, रामेश्वर सुमन सहित श्री राम गौ सेवा संस्थान गिरधरपुरा के सदस्य गोलू सुमन, सागर, हरिओम, अजय, मनीष, सूरज सुमन का सहयोग रहा।