बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ देश के कई हिस्सों में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं।मध्य प्रदेश के इंदौर, भोपाल, उज्जैन समेत सभी जिलों में कई व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर विरोध जताया गया। RSS ने दावा किया है कि इंदौर रैली में ढाई लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए।कर्नाटक के बेंगलुरु में बुधवार को हिंदू हितरक्षण वेदिके धरना किया। वहीं, तमिलनाडु के चेन्नई में बांग्लादेश हिंदू अधिकार पुनर्प्राप्ति समिति ने विरोध-प्रदर्शन किया, इसमें कई हिंदू संगठन शामिल रहे ने भागब्रिटिश संसद में भी बांग्लादेश में हिंसा की गूंज सुनाई दी। विपक्षी दल कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद हिंदुओं का सफाया (एथनिक क्लींजिग) करने की कोशिश हो रही है। एमपी की पूर्व मंत्री बोलीं- भारत ईंट से ईंट बजाना भारत जानता है इंदौर में प्रदर्शन में पहुंचीं पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा- जिहादियों अपनी मर्यादा में रहो। वरना ईंट से ईंट बजाना भारत जानता है। हिंसा के विरोध में त्रिपुरा और कोलकाता के अस्पताल बांग्लादेशियों का इलाज करने से मना कर चुके हैं। त्रिपुरा के ILS अस्पताल ने शनिवार को बांग्लादेशियों का इलाज करने से इनकार कर दिया था।वहीं, कोलकाता के सिलीगुड़ी में डॉ शेखर बंदोपाध्याय ने अपने प्राइवेट क्लीनिक में तिरंगा लगाकर मैसेज लिखा था- भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारी मां की तरह है। कृपया चैंबर में एंट्री करने से पहले तिरंगे को सलाम करें। खासकर बांग्लादेशी मरीज, अगर वे सलाम नहीं करते हैं, तो उन्हें अंदर आने नहीं दिया जाएगा।