शिक्षा व पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने अजमेर दरगाह विवाद को लेकर कहा- हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि लोग अपनी बात कोर्ट में नहीं रख सकते। यदि कोर्ट उचित समझे तो उस पर निर्णय देता है और यदि उचित नहीं समझे तो याचिका को खारिज कर देता है।उन्होंने रविवार शाम को दौसा में भाजपा संगठन की चुनाव कार्यशाला के दौरान मीडिया से बात करते हुए बयान दिया।दिलवार ने धर्मांतरण विरोधी बिल पर कहा- इस प्रकार का बिल राजस्थान ही नहीं कई प्रदेशों में पहले से लागू हैं। उसी श्रृंखला में प्रदेश में भी बिल लेकर आए हैं। उस पर कैबिनेट ने अभी सैद्धांतिक सहमति दी है। सभी के मिलकर विचार करने के बाद विधानसभा में बिल लाया जाएगा।हालांकि विधानसभा उपचुनाव में बडे नेताओं द्वारा प्रचार के बावजूद हार के सवाल पर कहा कि लोकतंत्र में यह सब चलता रहता है। संगठन चुनाव पर दिलावर ने कहा कि हम विश्व की सबसे बडी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनाव कराने की कवायद में जुटे हैं।उन्होंने कार्यशाला में आए पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा- शक्ति केन्द्र पर चुनाव से पूर्व सभी प्राथमिक सदस्यों को सूचना करने के बाद ही चुनाव कराएं। उन्होंने इन चुनाव में एसटी-एससी सहित 10 प्रतिशत महिला कार्यकर्ताओं को बूथ अध्यक्ष बनाने की बात कही और सभी कार्यकर्ताओं से चुनाव शांतिपूर्ण करने की अपील भी की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि पार्टी के बूथ, मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष के चुनावों को निर्धारित समय के अनुसार पूरा कराना है।कार्यशाला में जिला चुनाव प्रभारी राजेन्द्र पराणा, संगठन प्रभारी संजय नरूका, प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज, सांसद प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा, महुवा विधायक राजेन्द्र मीणा, सिकराय विधायक विक्रम बंशीवाल, बांदीकुई विधायक भागचंद टांकडा समेत पदाधिकारी मौजूद रहे।