फ़ोन टैपिंग मामले में पूर्व CM अशोक गहलोत के OSD रहे लोकेश शर्मा को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, लोकेश शर्मा को गिरफ्तारी के कुछ ही देर बाद जमानत भी मिल गई. लोकेश शर्मा को आज दिल्ली बुलाया गया था, जहां पर उनकी गिरफ्तारी हुई थी. इससे पहले14 नवंबर को लोकेश शर्मा ने अपनी गिरफ़्तारी पर रोक के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में लगाई याचिका को वापस ले लिया था. जानकारी के मुताबिक, लोकेश शर्मा ने सेशन कोर्ट में 21 नवंबर को ही अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई थी. कोर्ट से उसे अग्रिम जमानत मिल गयी थी, जिसके बाद आज दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने लोकेश शर्मा को गिरफ्तार किया. हालांकि, गिरफ्तारी के तुरन्त बाद जमानत मिल गई. लोकेश शर्मा ने इससे पहले क्राइम ब्रांच में दिये गये बयानों में फोन टैपिंग के लिए खुद की भूमिका से इनकार किया था. उन्होंने कहा था कि बतौर CM अशोक गहलोत ने जो ऑडियो दिए थे, उसे आगे भेजा था. लोकेश शर्मा ने अपने बयानों में दावा किया कि राजस्थान में सियासी संकट के वक़्त अशोक गहलोत ने अपने खेमे और सचिन पायलट कैंप के विधायकों के फ़ोन सर्विलांस पर लिए थे. रोजाना इस बात की जानकारी उनके पास आती थी कि किस विधायक ने किससे क्या बात की है.लोकेश शर्मा का कहना है कि वे पहले से क्राइम ब्रांच के साथ पूछताछ में सहयोग कर रहे हैं. इस मामले में आगे जो भी इन्वेस्टिगेशन होगी, उसमें भी आगे सहयोग करेंगे. इसके अलावा इस मामले से जुड़े सबूत भी क्राइम ब्रांच को सौंप चुके हैं.