पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में जारी संघर्ष के बीच 7 दिन के संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है। सरकारी कोशिशों के बाद आपस में लड़ रही दोनों जनजातियां इसके लिए तैयार हो गई। खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने दोनों समुदायों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए उच्च स्तरीय आयोग बनाने का फैसला किया है।खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने बताया कि सरकार ने दोनों समुदायों के नेताओं से बात की है। जिसके बाद सात दिन के संघर्ष विराम और एक-दूसरे को शव और बंदी लौटाने पर सहमति बनी।पिछले हफ्ते इस संघर्ष की शुरुआत तब हुई जब खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में अलीजई (शिया) और बागान (सुन्नी) जनजाति के संघर्ष में पैसेंजर वैन काफिले पर फायरिंग की गई। ये सभी गाड़ियां एक काफिले में पारचिनार से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर जा रही थी।दोनों समुदायों के बीच तीन दिन चली इस हिंसा में अब तक 64 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मरने वाली संख्या 100 से भी ज्यादा बताई जा रही है।