WhatsApp ने 1 नवंबर 2024 से व्यवसायों के लिए कस्टमर सर्विस और यूटिलिटी मैसेज को प्रभावी तौर पर मुफ्त कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य भारत के एंटरप्राइज मैसेजिंग मार्केट में एसएमएस के प्रभुत्व को चुनौती देना है जिसका वर्तमान मूल्य 2500 करोड़ रुपये है। इंडस्ट्री के अनुमानों के मुताबिक ट्रेडिशनल SMS प्रति माह 55-60 बिलियन टेक्स्ट के साथ लगभग 90% वॉल्यूम शेयर रखते हैं।
WhatsApp ने अपने प्लेटफॉर्म पर बिजनेस के लिए कस्टमर सर्विस मैसेजिंग को फ्री कर दिया है, जिससे यह एंटरप्राइज कम्युनिकेशन के लिए सबसे सस्ता चैनल बन गया है। इस कदम का उद्देश्य एआई चैटबॉट इंटरैक्शन को एन्हांस करना और भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना है। इस पर मौजूदा वक्त में ट्रेडिशनल SMS का कब्जा है। WhatsApp के नए प्राइसिंग मॉडल का टारगेट भारत के एंटरप्राइज मैसेजिंग मार्केट में और ज्यादा ग्रोथ करना है, जिसकी कीमत लगभग 2,500 करोड़ रुपये है। इसमें इंडस्ट्री के अनुमानों के मुताबिक ट्रेडिशनल SMS प्रति माह 55-60 बिलियन टेक्स्ट के साथ लगभग 90% वॉल्यूम शेयर रखते हैं। वहीं, कथित तौर पर वॉट्सऐप के पास 30% वैल्यू शेयर है।
भारत की टॉप तीन टेलीकॉम कंपनियों- एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया को रिप्रेजेंट करने वाली बॉडी सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) है। दूरसंचार मंत्रालय को लिखे लेटर में, COAI ने ग्लोबल टेक्नोलॉजी जायंट जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन पर आरोप लगाया है कि वे ग्राहकों को एंटरप्राइज मैसेज भेजने के लिए वॉट्सऐप का इस्तेमाल करके 'संभवतः कानूनी दूरसंचार रास्ते को दरकिनार कर रहे हैं'। लेटर में दावा किया गया है कि इससे सेंटर और सर्विस प्रोवाइडर्स दोनों को 3,000 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व नुकसान होने की संभावना है।
WhatsApp से निपटने के लिए, गूगल ने देश में एक अल्टरनेटिव मोबाइल फोन मैसेजिंग सिस्टम पेश किया, जिसका लक्ष्य कस्टमर कम्युनिकेशन के लिए वॉट्सऐप की मजबूत पकड़ को कमजोर करना है। वोडाफोन आइडिया (Vi) ने हाल ही में इंडियन एंटरप्राइज कस्टमर्स को रिच कम्युनिकेशन सर्विस (RCS) मैसेजिंग ऑफर करने के लिए गूगल के साथ साझेदारी की। इंडस्ट्री इंसाइडर्स ने भविष्यवाणी की है कि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जल्द ही इसे फॉलो कर सकते हैं।