जीवन अनमोल है, किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में मानसिक अवसाद में नहीं आएं
बाड़मेर, 14 नवंबर। महिला सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत गुरूवार को मरू उड़ान कार्यक्रम के तहत ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रम अंतरीदेवी सीनियर सैकंडरी विद्यालय, बाड़मेर में आयोजित हुआ। इस दौरान विषय विशेषज्ञों के साथ महिलाओं ने संवाद करते हुए शंका समाधान के साथ सशक्त नारी-सशक्त समाज का संकल्प लिया। इस दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ पोषण से जुड़े मुददों पर चर्चा की गई।
बाड़मेर जिला कलक्टर टीना डाबी की अभिनव पहल मरू उड़ान के तहत बाड़मेर एवं बाड़मेर ग्रामीण पंचायत समिति के ब्लॉक स्तरीय संवाद कार्यक्रम चार सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य, अनमोल जीवन, शारीरिक स्वास्थ्य, सरकारी योजनाओं की जानकारी और व्यवसायिक कौशल प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान डॉ. ओ.पी. डूडी एवं एडवोकेट इन्दू तोमर ने मानसिक स्वास्थ्य, डॉ. कविता ने शारीरिक स्वास्थ्य, राजीविका के जिला प्रबंधक दिनेश सेन ने कौशल विकास एवं प्रो. सरिता लीलड़ ने सरकारी योजनाओं और केरियर प्लानिंग के बारे में बताया। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महिलाओं से स्वयं एवं अपने परिजनों के स्वास्थ्य के बारे में ख्याल रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि महिलाएं पोषण के लिए अच्छे भोजन के साथ नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच करवाएं। इसके व्यायाम एवं योगाभ्यास को अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। इस दौरान महिलाओं को राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में अवगत कराया गया।
इस दौरान नोडल अधिकारी और उपवन संरक्षक श्रीमती सविता दहिया, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित, उप निदेशक सोमेश्वर देवड़ा, विकास अधिकारी ओंकारदान समेत विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।
अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें - मानसिक स्वास्थ्य, अनमोल जीवन सत्र में डॉ. ओ.पी. डूडी ने महिलाओं से कहा कि वे मानसिक अवसाद से बचने के साथ खुशमिजाज रहते हुए पर्याप्त नींद लें। उन्होंने कहा कि जीवन अनमोल है, इसलिए किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में मानसिक अवसाद में नहीं आएं और कोई भी अप्रिय कदम नहीं उठाएं। उन्होंने कहा कि हर समस्या का समाधान है। अगर कोई समस्या है, तो सबसे पहले परिवार में शेयर करें, अपने मित्रों को बताएं और नहीं तो प्रशासन के स्तर पर उसका समाधान कराएं।
कौशल विकास को आजीविका बनाएं - राजीविका के जिला प्रबंधक दिनेश सेन ने कहा कि राजीविका की ओर से महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने एवं कौशल विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही है। महिलाएं कौशल विकास के जरिए रोजगार सेे जुड़े। उन्होंने कौशल विकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
महिलाओं की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच - मरू उड़ान के ब्लॉक स्तरीय शिविर में 150 से अधिक महिलाओं की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच करवाने के साथ रिपोर्ट के आधार पर परामर्श भी प्रदान किया गया।
महिलाओं ने साझा किए विचार - संवाद कार्यक्रम के दौरान भारत माता कलस्टर फैडरेशन की अध्यक्ष मूमल देवी ने बताया कि उन्होंने राजीविका से जुड़कर स्वरोजगार को अपनाया है। इसी तरह स्वयं सहायता समूह की सदस्य पपू देवी ने बाजरे से बिस्कूट बनाने एवं स्वरोजगार से जुडने के बारे में जानकारी दी।