नरेश मीणा को हिरासत में लिए जाने के बाद टोंक जिले में माहौल बिगड़ गया है. नरेश मीणा के समर्थकों ने उनियारा-हिंडोली हाइवे जाम कर दिया है. पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया जा रहा है. लोग अपनी-अपनी जान बचाकर इधर-उधर भाग रहे हैं. 24 घंटे के अंदर दूसरी बार यहां हिंसा भड़कने जैसा माहौल नजर आ रहा है. हालांकि पुलिस इन हालातों को काबू करने के लिए प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ रही है. लेकिन नरेश मीणा के समर्थक अपनी जगह पर डटे हुए हैं. वे लगातार नरेश मीणा को छोड़ने की मांग कर रहे हैं. पुलिस हिरासत में लिए जाने से पहले नरेश मीणा ने टोंक के समरावता गांव में अपने समर्थकों के लिए एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो के जरिए कांग्रेस से निष्काषित नेता ने अपने समर्थकों से पुलिस का घेराव करने और चक्का जाम करने की अपील की थी. फेसबुक लाइव के जरिए शेयर किए गए इस वीडियो में नरेश मीणा ने कहा, 'मैं समरावता गांव के अंदर बैठा हूं. पुलिस ने इस गांव को चारो तरफ से घेरकर नाकाबंदी कर रखी है. पुलिस किसी को गांव के अंदर आने नहीं दे रही है. मेरी आप सभी से अपील है कि तुम सब पुलिस को घेरकर उनकी नाकेबंदी कर दो, और चक्का जाम कर दो.' नरेश मीणा के फेसबुक लाइव के कुछ ही मिनट बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया. उस वक्त भी निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थकों ने पुलिस को रोकने की कोशिश की थी. मगर, पुलिस नरेश को अपने साथ ले जाने में कामयाब रही. हालांकि समर्थकों ने हार नहीं मानी. पुलिस के निकलते ही उन्होंने हाईवे जाम करने के साथ पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इस कारण टोंक में हालात बिगड़े हुए हैं. इलाके में अशांति है और अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया है.