कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साधु संतों को लेकर दिए बयान पर सीकर के पूर्व भाजपा सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने पलटवार किया है। पूर्व सांसद ने कहा- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कहते है कि संतों को राजनीति में नहीं आना चाहिए, बीजेपी संतों के कपड़े बदल दें। पूर्व संसार ने मीडिया बयान जारी किया है।सुमेधानंद ने बोला- मैं खड़गे जी से कहना चाहता हूं कि आप अपने गिरेबान में झांककर देखिए और कांग्रेस का इतिहास पढ़िए। देश की आजादी के लिए कितने सारे संत जेल में गए। यदि एक-एक का नाम गिनाया जाए तो उनकी संख्या सैकड़ों हो जाएगी। स्वामी श्रद्धानंद जैसे व्यक्ति के नेतृत्व में सैंकड़ों सन्यासियों ने देश की आजादी के लिए काम किया है।पूर्व सांसद ने कहा- मुसलमान राजनीति में दाढ़ी रखकर आता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होती। कितने सारे संतों को यह स्वयं राजनीति में लेकर आए और उनका लाभ उठाया। आज भाजपा में साधु,संत,सन्यासी राजनीति करते हैं तो उन्हें तकलीफ होती है। उंगली उठाने की बजाय अपने गिरेबान में झांककर देखें और इस प्रकार की आपत्ति करना बहुत खतरनाक है, इसलिए इस पर सोचें और खेद व्यक्त करें।आपको बता दें कि हाल ही में मुंबई में आयोजित हुए संविधान बचाओ सम्मेलन में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि कई नेता साधु के भेष में रहते हैं और अब राजनेता बन गए हैं। कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। वे गेरुआ कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं हैं। उनके मुखिया बीजेपी से कहूंगा कि या तो सफेद कपड़े पहनें या अगर आप संन्यासी हैं या गेरूआ कपड़े पहनते हैं। तो राजनीति से बाहर हो जाएं।