इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के एक कमांडर सलीम जमील अय्याश को एक हवाई हमले में मार गिराया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक सलीम सीरिया में हिजबुल्लाह के गढ़ अल-कौसैर में छुपा हुआ था।सलीम हिजबुल्लाह की यूनिट 151 का मेंबर था। अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन डॉलर (84 करोड़ रुपए) का ईनाम रखा था। वह लेबनान के प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या के लिए जिम्मेदार था। हरीरी लेबनान के सबसे ज्यादा लोकप्रिय सुन्नी मुस्लिम नेता थे। वे 5 बार देश के पीएम रहे।14 फरवरी 2005 को बेरूत में हरीरी के काफिले को 3000 किलो विस्फोटक से भरे ट्रक से टक्कर मारी गई थी। इसमें उनकी मौत हो गई थी। हमले में उनके साथ के 21 लोग और भी मारे गए थे। नीदरलैंड के हेग में स्थित यूनाइटेड नेशन ने हरीरी की मौत के बाद स्पेशल ट्रिब्यूनल फॉर लेबनान (STL) का गठन किया था। STL ने साल 2022 में सलीम समेत 3 लोगों को रफीकी की हत्या का जिम्मेदार माना था और सभी को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।ट्रिब्यूनल ने कहा था कि सलीम अय्याश ने ही पीएम हरीरी की हत्या करने वाले सुसाइड दस्ते का नेतृत्व किया था। इसमें उनके साथ 2 और लोग हसन हबीब मेरही और हुसैन हसन ओनैसी भी शामिल थे।ये तीनों हत्या के बाद से ही फरार चल रहे थे। तत्कालीन हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह ने इन तीनों को ट्रिब्यूनल को सौंपने से मना कर दिया था। नसरल्लाह का कहना था कि मोसाद ने लेबनान से सीरिया की सेना को निकालने के लिए हरीरी की हत्या कराई।