जिले में गुरुवार से स्वस्थ्य नारी चेतना अभियान की शुरुआत की गई। जिसके तहत महिलाओं को ब्रेस्ट एवं सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूक करने के साथ ही उपचार दिया जाएगा । अभियान आगामी 10 जनवरी 2025 तक चलाया जाएगा।
सीएमएचओ डॉ. संजीव मितल ने बताया कि राजस्थान में कैंसर से होने वाली अधिकांश मौतों के लिए तीन कॉमन कैंसर यथा ऑरल, ब्रेस्ट व सर्वाइकल कैंसर जिम्मेदार है। प्रारंभिक अवस्था में कैंसर मरीज की पहचान कर उपयुक्त उपचार करने से इससे होने वाली मृत्यु को कम किया जा सकता है। पिछले कुछ दशकों में कैंसर रोग का बोझ बढ़ा है और राजस्थान भी इस चुनौती का सामना कर रहा है। जिसका मुख्य कारण जीवनशैली में परिवर्तन, खान-पान, तम्बाकू सेवन, समय पर निदान नहीं होना, नियमित समुचित उपचार का अभाव एवं फॉलोअप का अभाव है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ पी.सी. दीपन ने बताया की गुरुवार को स्वास्थ्य भवन में स्वस्थ्य नारी चेतना अभियान के तहत राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के उपलक्ष्य में पोस्टर विमोचन कर क्रियान्वित किया गया । जिसका मुख्य उद्देश्य जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में महिलाओं की ब्रेस्ट एवं सर्वाइकल कैंसर के संबंध में जागरूकता एवं स्क्रीनिंग किया जाना है। इस द्वि-मासिक “स्वस्थ्य नारी चेतना अभियान” में जिले में आमजन को कैंसर के कारण, रोकथाम, उपचार और जटिलताओं के बारे में जागरूक किया जाएगा।
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व्यापक रूप से होंगी जागरूकता गतिविधियां
डिप्टी सीएमएचओ डॉ दीपन ने बताया कि अभियान के दौरान जिले में कैंसर स्क्रीनिंग कैम्प आयोजित किए जाएंगे। इसके तहत कैंसर के कारण, लक्षण एवं स्क्रीनिंग के संबंध में आमजन को जागरूकता किया जाएगा। ग्राम एवं वार्ड स्तर पर विधालयों में कैंसर से संबंधित रैली एवं संगोष्ठी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिला आईईसी समन्वयक राकेश भाटी ने बताया कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया द्वारा प्रचार प्रसार किया जाएगा। प्रभात फेरी, नुक्कड नाटक, स्वयं सहायता समूह, गैर सरकारी संगठन व जन प्रतिनिधियों के माध्यम से सामाजिक गतिशीलता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। एमसीएचएन डे, शक्ति दिवस इत्यादि अवसरों पर समस्त महिलाओं को कैंसर से संबंधित जागरूक कर स्क्रीनिंग की जाएगी।