लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला सोमवार को बून्दी के प्रवास पर रहे, जहां वे चावल उद्योग संघ के दीपावली स्नेह मिलन समारोह में सम्मलित हुए। यहां माहेश्वरी भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा चावल मीलों में ओसीईएमएस लगाने की बाध्यता के आदेश रद्द करवाने पर चावल उद्यमियों व व्यापारियों ने बिरला का भव्य स्वागत कर आभार जताया। बिरला ने कहा कि दीपावली स्नेह मिलन का आयोजन हमारे समाज में समरसता, सौहार्द और स्नेह को बनाए रखने का एक माध्यम है। यह आयोजन हमें यह याद दिलाता है कि हमारी भारतीय संस्कृति हमें एकता और विविधता का अद्वितीय संदेश देती है, और यही हमारी पहचान है।

बिरला ने कहा कि हर जन-मन की आशाओं के अनुरूप हम बून्दी को संवारने का काम करेंगे। बून्दी को लेकर हमने जो बड़े सपने देखे थे, वो अब पूरे होने को है। पर्यटन के साथ अब हम एग्रो प्रॉडक्शन का हब बनने जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज का 250-बेड का अस्पताल, केंद्रीय विद्यालय, खेल संकुल में स्मार्ट कॉम्प्लेक्स और मल्टीपरपज हॉल का निर्माण कार्य भी पूर्णता की ओर बढ़ रहा है। स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल के साथ पर्यटन से जुड़े विकास कार्य शीघ्र ही पूरे होंगे और बून्दी की जनता को इन सुविधाओं की सौगात मिलेगी। बूंदी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि बून्दी पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों के लिए भी एक आधुनिक और सुविधाजनक स्थान बन सके।  

कम नहीं होगी चावल की महक

बिरला ने कहा कि बूंदी का चावल उद्योग केवल व्यापार का साधन नहीं है, यह बून्दी की पहचान भी है। हमारे अन्नदाताओं की मेहनत का परिणाम है कि बून्दी के चावल की महक दुनिया के हर कौने में पहुंची है। इसकी महक को हम कम नहीं होने देगे। चावल उद्योग ने हमारे कई परिवारों को रोज़गार और आर्थिक स्थिरता प्रदान की है। यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम इस उद्योग को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएं।

बाजार में की रामा-श्यामी 

बिरला ने शहर के प्रमुख बाजारों में आम जन व स्थानीय व्यापारियों से दीपावली की रामा-श्यामी करते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं। इस दौरान जगह-जगह स्पीकर बिरला का स्वागत किया गया। किसी ने माला पहनाई तो किसी ने मिठाई खिलाकर मुंह मीठा करवाया। स्पीकर बिरला ने भी वरिष्ठजनों से आशीर्वाद लेकर उनकी कुशलक्षेम पूछी। आजाद पार्क से सूर्यमल चौराहा,सब्जीमण्डी रोड चौमुखा बाजार तक अपने रूट में वे जुलूस के साथ पैदल चलते हुए लोगों से मिले।