केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को विश्वास जताया कि देश 2029-30 तक 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की रक्षा वस्तुओं का निर्यात करेगा, उन्होंने कहा कि सरकार रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए शिक्षा जगत के साथ सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है.शनिवार को यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में 65वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने भारतीय युवाओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए स्वदेशी रूप से उच्च-स्तरीय प्रौद्योगिकियों को विकसित करने का आह्वान किया, जिन्हें देश आयात करता है. उन्होंने आज हर क्षेत्र में हो रहे तेजी से बदलाव के पीछे प्रौद्योगिकी को सबसे बड़ा कारक बताया, क्योंकि देश वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में बढ़त स्थापित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी विशिष्ट तकनीक में महारत हासिल करने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.इसे आगे समझाते हुए उन्होंने बताया कि तकनीकी विकास के आधार पर देशों के तीन समूह हैं - पहले उन्नत प्रौद्योगिकी में शिखर पर हैं, दूसरे स्थिर स्थिति में पहुंच गए हैं और तीसरे तकनीकी विकास के चरण में हैं. भारत को तीसरे समूह में रखते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा कि देश आज तकनीकी प्रगति में शीर्ष स्थान की ओर बढ़ रहा है.