पटाखा युद्ध की गूंज से गूंजे गली मोहल्ले मुख्य बाजार 

नैनवा कस्बे की प्राचीनतम परंपराओं में से एक दशकों से चली आ रही।फटाखा युद्ध की परंपरा का निर्वहन इस बार भी आतिशी योद्धाओं ने जोश खरोश के साथ किया। आतिश योद्धाओं का यह फटाखा युद्ध अपने आप में विशेष पहचान रखता है। जिसको लेकर न केवल कस्बे में बल्कि आसपास के क्षेत्र में भी उत्साह देखने को मिलता है। और लोग इसमें शिरकत करने के लिए दूर-दराज से पहुंचते हैं। रात्रि के समय चलने वाले इस अलबेले युद्ध में कस्बे के युवा बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं। इस बार भी पटाखा युद्ध का आगाज बाजार बंद होने के साथ शुरू हो गया। आतिशी योद्धाओ की टोलीया अपने-अपने मोर्चे पर तैनात हो गई।देखते ही देखते पटाखा युद्ध ने अपनी रफ्तार पकड़ी। और परवान चढ़ा। पटाखा युद्ध मुख्य बाजार के साथ-साथ कस्बे के गली मोहल्लों में भी देखने को मिला। जहां पर युवाओं द्वारा मोर्चाबंदी करते हुए।फटाखा युद्ध के खेल को खेला गया। कस्बे की सुरक्षा व्यवस्था के मध्य नजर पुलिस प्रशासन के जवान थाना अधिकारी महेंद्र कुमार यादव के नेतृत्व में कस्बे के गली मोहल्लों और मुख्य बाजार में तैनात रहे। वक्त वक्त पर युवाओं को रोकते समझाते नजर आए। पटाखा युद्ध देर रात तक चला। इस युद्ध के दौरान कई युवा घायल हुए। देर रात के बाद पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए युवाओं की समझाइश कर अपने-अपने घरों पर भेजा।और इस तरह से आतिशी युद्ध का समापन हुआ। छुटपुट घटनाओं को छोड़कर पटाखा युद्ध का त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। जिसमें पुलिस प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिली।

प्रशासन की अपील

फटाखा युद्ध को लेकर पुलिस उपाधीक्षक राजू लाल मीणा, थाना अधिकारी महेंद्र कुमार यादव ने आम जनता से पटाखा युद्ध के दौरान सावधानी व समझदारी बरतने की अपील की।