शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री तथा रामगंजमंडी के विधायक माननीय मदन दिलावर आज दिवाली की राम-राम करने के क्रम में भीलों के गांव मंदिर गढ़ पहुंचे। गांव के बाहर ही जब नरेगा में काम करने जा रही महिलाएं मिली तो गाड़ी रोक कर महिलाओं से बात की ।

दिवाली की राम-राम कर दिलावर बोली कि मैं तो दिवाली की पुआ-पापड़ी खाने तुम्हारे घर आया हूं ...। खिलाओगी ना ... महिलाओं ने कहा आओ साहब पुआ पापड़ी बना देगा। फिर मंत्री ने पूछा अब बिजली तो आ रही है ना। तो महिलाओं ने खुशी प्रकट करते हुए कहा कि हा। अब तो मजो हो रियो छे। खूब बिजली आ री छे..।

दिलावर ने हास्य विनोद करते हुए दोहराया की तो फेर अबकी बार आऊंगो तो पुआ पपड़ियां खिलाजो .. और गांव की और बढ़ गए। 

10 किलोमीटर जाना पड़ता है गेहूं लेने, गांव में बंटवाओ:

ग्रामीणों ने मंत्री को बताया कि राशन का गेहूं लेने के लिए 10 किलोमीटर दूर स्थित उचित मूल्य की दुकान पर जाना पड़ता है। वहां भी दुकान अक्सर बंद मिलती है। जिसके चलते भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

इस पर शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर ने तुरंत जिला रसद अधिकारी कोटा डॉ राहुल मीणा को फोन कर कहा कि नियमानुसार उचित मूल्य की दुकान की अधिकतम दूरी दो किलोमीटर से अधिक नहीं हो सकती तो फिर मंदिर गढ़ वालों को 10 किलोमीटर दूर उचित दुकान पर गेहूं लेने क्यों जाना पड़ता है। 

दिलावर ने कहा कि यह गरीब भील लोग हैं इनको मैंने जैसे तैसे शराब से मुक्त कराया है और अब तुम इनको खाने का गेहूं नहीं देकर परेशान कर रहे हो। महिलाओं को 10-10 किलोमीटर दूर गेहूं लेने जाना पड़ रहा है। तुमने उस दुकानदार को दूसरे गांव के अटैचमेंट भी दे रखे हैं।जो गलत है तुरंत इसकी जांच करो और राशन का गेहूं मंदिर गढ़ गांव में ही बटवाओ। 5 दिन के अंदर कार्रवाई करके बताओ। गेहूं गांव में ही बटना चाहिए।

इसके बाद मदन दिलावर मंदिर गढ़ से रवाना होकर मोहनपुरा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने नरेगा योजना मद से ग्राम मोहनपुरा से काला कुआं होते हुए रेबारियो के बड़े धार्मिक स्थल कल्ला जी महाराज तक ग्रेवाल सड़क बनाने की घोषणा की। 

मोहनपुरा के बाद सोनपुरा गांव में लोधा समाज के नोहरे के पास पेयजल ट्यूबवेल मय सिंगल फेस मोटर लगाने तथा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सोहनपुर को क्रमोन्नत कर उच्च माध्यमिक विद्यालय करने की घोषणा की।

उल्लेखनीय है कि रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र का मंदिर गढ़ गांव मुकुंदरा अभ्यारण्य में बसा है । गांव में भील जाति के लोग अधिक रहते है। जंगल के बीच पहाड़ियों में बसा होने के कारण इस गांव में जीवन यापन करने की विषम परिस्थिति है। सड़क है न बिजली है।पीने के पानी की भी किल्लत । दिलावर के प्रयासों से अब गाउन में बिजली पहुंची है। जिस के कारण गांव वालों में बहुत खुशी है।