कोटा में 16 साल की लड़की की शादी की तैयारियां चल रही थी। शादी आज (रविवार) को मध्य प्रदेश के मंदसौर में सामूहिक विवाह सम्मेलन में होने वाली थी। टीम पहुंची तो लड़की को हल्दी मेहंदी लगी थी। कार्रवाई की भनक से परिवार में हड़कंप मच गया। टीम ने लड़की के दस्तावेज देखे तो नाबालिग मिली। परिवार को टीम ने शादी न करने के लिए पाबंद किया और लड़की को बालिका गृह भेजा। मामला कोटा के रामगंजमंडी थाना इलाके का है। यहां बाल अधिकारिता विभाग, चाइल्ड हेल्पलाइन, सृष्टि सेवा समिति, पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई कर नाबालिग लड़की की शादी रुकवाई। साथ ही जिला प्रशासन की टीम को पाबंद किया।

बाल विवाह की सूचना मिली तो घर पहुंची टीम

जिला बाल संरक्षण इकाई व बाल अधिकारिता विभाग कोटा के सहायक निदेशक अर्पित जैन ने बताया- हमें रामगंजमंडी थाना क्षेत्र में बाल विवाह की सूचना मिली थी। इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन तथा सृष्टि सेवा समिति की टीम को कार्यवाही के निर्देश दिए। इन टीमों ने थाने में जाकर पुलिस को जानकारी दी। थाना इंचार्ज के निर्देश पर संयुक्त टीम लड़की के घर पहुंची। बाल संरक्षण अधिकारी दिनेश शर्मा ने बताया- टीम जब लड़की के घर पहुंची तो वहां विवाह की तैयारी चल रही थी। लड़की को हल्दी मेहंदी लगी हुई थी। घर में शादी की रस्में चल रहीं थी। अचानक से टीम को देखकर परिवार में हड़कंप मच गया। टीम ने जब लड़की के परिजन से बात की तो पता चला कि शादी मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक विवाह सम्मेलन में होने वाली है। टीम ने लड़की के जन्म संबंधी दस्तावेज जांचे तो वह 16 साल की मिली। इसके बाद उसे बालिका गृह में अस्थाई आश्रय दिलवाया गया।