बीजेपी ने उपचुनाव के लिए 7 में से 6 सीटों पर शनिवार रात को अपने प्रत्याशी घोषित कर ​दिए हैं। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव लड़े 5 प्रत्याशियों को बदल दिया है। विधानसभा चुनाव में 2 सीटों रामगढ़ और झुंझुनूं सीट पर बगावत करने वाले प्रत्याशियों सुखवंत सिंह और राजेंद्र भांबू को उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद इन दोनों सीटों पर विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे जय आहूजा और बबलू चौधरी ने विरोध शुरू कर दिया।वहीं सलूंबर सीट पर भाजपा ने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को टिकट दिया है। यहां टिकट के प्रमुख दावेदार नरेंद्र मीणा ने बगावत कर दी है। उन्होंने कहा- 20 साल धैर्य रखा। अब बैठक बुलाई है, जो समर्थक कहेंगे, वहीं निर्णय लूंगा। रविवार को समर्थकों के बीच पहुंचे नरेंद्र मीणा फूट-फूट कर रोने लगे।समर्थकों ने उन्हें गले लगाते हुए संभालने का प्रयास किया, लेकिन वे अपने आंसू नहीं रोक पाए। नरेंद्र मीणा ने कहा कि अब समाज के चुनिंदा लोगों से राय लेकर जो निर्णय किया जाएगा, उसे आलाकमान को भेजेंगे। आलाकमान को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। रामगढ़ सीट पर ज्ञानदेव अहूजा के भतीजे जय आहूजा को टिकट का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में बगावत कर आजाद समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले सुखवंत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। देर रात को लिस्ट में सुखवंत सिंह का नाम आने के बाद जय आहूजा के समर्थकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।जय आहूजा के समर्थकों ने रविवार को बैठक बुलाई है। समर्थकों का कहना था कि अगर जय नहीं है तो हम भी नहीं हैं। समर्थकों ने कहा- रामगढ़ को जय आहूजा की आवश्यकता है। जिस व्यक्ति को टिकट मिला है, वो रामगढ़ को नहीं संभाल सकता हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि जो भी निर्णय होगा उसमें सभी साथ रहेंगे और कोई धोखा नहीं देगा।