कोटा। राजस्थान सरकार द्वारा सफाई कर्मचारी भर्ती 2024 आरक्षण वर्गीकरण से की जा रही है साथ ही अनुभव प्रमाण पत्र नगरीय निकाय के सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित मांगा जा रहा है। जिसका विरोध करते हुये मेहतर बाल्मिकी समाज ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर कोटा को ज्ञापन दिया मेहतर बाल्मिकी समाज के सुरेश पंवार ने बताया है कि भारत सरकार के आरक्षण वर्गीकरण नियम में स्पष्ट लिखा हुआ है कि सफाई कर्मचारी भर्ती में आरक्षण वर्गीकरण नही होगा, लेकिन मेहतर बाल्मिकी समाज की नोकरियां छीन कर सरकार गैर समाज को देना चाहती है, जिससे राजस्थान के मेहतर समाज में भारी आक्रोश है। इसी कड़ी में आज समाज के सैकडो लोग अदालत चौराहा स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर प्रतिमा प्रांगण में एकत्रित हुये जहां समाज के सन्त बिरधी चन्द भूषण, आचार्य प्रीतम पंवार, पूर्व पार्षद हेमचन्द पंवार, पूर्व पार्षद मदन गोपाल झांझोट, मजदूर नेता हरीश घोष ने अम्बेडकर सा. की प्रतिमा पर माला पहनाई, एवं भारत के अधिनियम के अनुसार 100 प्रतिशत बाल्मिकी समाज की भर्ती करने की मांग की। समाज के प्रदेश संयोजक चन्द्रभान अरविन्द ने विस्तार से भारत सरकार के इस अधिनियम की जानकारी समाज बंधुओं को दी। यहां से सैकड़ों की संख्या में बाल्मिकी समाज के लोग भर्ती की अनियमितता के विरोध के नारे लगाते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां प्रदर्शन किया उसके बाद सन्तों के सानिध्य में सन्त बिरधीचन्द भूषण, आचार्य प्रीतम पंवार, पूर्व पार्षद हेमचन्द पंवार, मदन गोपाल झांझोट, समाज के प्रदेश संयोजक चन्द्रभान अरविन्द, हरीश घोष, रामभजन माली, युवा नेता दिनेश सरसिया, शैलेन्द्र महाराजा, गोविंद खजोतिया, सुनील पँवार, राजनारायण माचल आदि ने जिला कलेक्टर कोटा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जिस पर कलेक्टर साहब ने शीघ्र ही सरकार को भेजने का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने के पश्चात् समाज के प्रदेश संयोजक चन्द्रभान अरविन्द ने समाज के लोगों को सम्बोधित करते हुये 18 अक्टूबर को जयपुर में समाज के आन्दोलन में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की, जिसका उपस्थित लोगों ने सहयोग एवं समर्थन किया ।