महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार सिर्फ 10 मिनट के भीतर ही कैबिनेट मीटिंग छोड़कर चले गए। मीटिंग 10 अक्टूबर को हुई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार पवार के बैठक से चले जाने के बाद 38 फैसले लिए गए।मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कुछ सुझाव रखे, जिनसे अजित सहमत नहीं थे। इसे लेकर दोनों में खूब नोक-झोंक हुई और फिर अजित बैठक से चले गए।बताया जा रहा है कि शरद पवार ने बारामती से जुड़े कुछ प्रस्ताव भेजे थे। अजित भी इसी सीट से विधायक हैं। इससे वे नाराज हो गए और उन्होंने मंजूरी देने से इनकार कर दिया। अजित पवार के पास राज्य के वित्त मंत्रालय का जिम्मा है। वे पहले भी कैबिनेट के प्रस्तावों पर आपत्ति जता चुके हैं। हालांकि, अजित पवार ने इस मामले में कहा कि मैं सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से अनुमति लेकर मीटिंग से गया था। मेरी लातूर में मीटिंग थी। मुझे फ्लाइट पकड़नी थी, इसलिए मैं मीटिंग छोड़कर चला गया। हालांकि, उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ अपने मतभेदों पर कोई जवाब नहीं दिया।वहीं, NCP सांसद सुनील तटकरे ने कहा कि महायुति में कोई मतभेद नहीं है। कैबिनेट बैठक से जल्दी चले जाने को इससे जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।