Traffic red light fines भारतीय मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक ट्रैफिक रेड लाइट का पालन हर उस व्यक्ति को करना चाहिए जो वाहन चलाते हैं। इसका पालन नहीं करने पर आपका चालान तो कटेगा ही कई मामलों में यातायात पुलिस आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी जब्त हो सकता है। इतना ही नहीं ट्रैफिक रेड लाइट तोड़कर निकलने पर दुर्घटना भी हो सकती है।
जब आप शहरी इलाकों में वाहन चला रहे होते हैं तो आपको जगह-जगह पर ट्रैफिक सिग्नल्स और रेड लाइट दिखाई देती है। यहां पर रुकना जरूरी होता है और जो लोग इस नियम का पालन नहीं करते हैं और रेड लाइट क्रॉस करने पर चालान कट जाता है। वहीं, बहुत से लोग सोचते हैं कि रेड लाइट की जरूरत ही क्यों है तो आपको बता दें कि रेड लाइट केवल एक कलर नहीं हैं, बल्कि यह एक संकेत और आदेश के साथ काफी जरूरी नियम भी है। इस नियम का पालन करना सभी वाहन चलाने वालों के लिए जरूरी भी है।
क्यों जरूरी है ट्रैफिक रेड लाइट
ट्रैफिक रेड लाइट का मतलब होता है कि आगे खतरा है आपका रुकना जरूरी है। बहुत बार कई लोग इस नियम का पालन नहीं करते हैं और रेड लाइट को तोड़ते हुए आगे बढ़ जाते हैं। जिसकी वजह से उन्हें जुर्माने के साथ ही कई तरह के नुकसान का भी सामना करना पड़ता है। अगर आप इसे जंप करते हैं तो आप न केवल अपनी जान जोखिम में डालते हैं, बल्कि रोड पर चल रहे लोगों की जान भी खतरे में डालते हैं। आपकी एक पल की लापरवाही एक बड़े हादसे में तब्दील हो सकती है।
शहरों में यातायात व्यवस्था रहती है सही
ट्रैफिक रेड लाइट भारत में खास तौर पर शहरी यातायात व्यवस्था सही रखने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यह ट्रैफिक कंट्रोल करने और सड़कों पर जान को कम करने में मदद करता है। जब सभी लोग रेड लाइट के नियम का पालन करते हैं तो ट्रैफिक सही से चलता है, लेकिन जब लाल बत्ती जंप करते हैं तो यह ट्रैफिक सिस्टम पर असर पड़ता है जिसकी वजह से जाम लग जाता है।