बालोतरा, 08 अक्टूबर। मंगलवार को जिला कलक्टर सभागार में जिला कलक्टर श्री सुशील कुमार यादव की अध्यक्षता में रबी फसलों के लिए उर्वरक की उपलब्धता वितरण एवं विक्रय के संबंध में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में डॉ. जी. आर. मटोरिया, अतिरिक्त निदेशक कृषि विस्तार खंड जोधपुर, डॉ. प्रमोद कुमार यादव, संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार, ललित मीणा सहायक रजिस्ट्रार सहकारिता विभाग, श्रीमती इन्दुबाला, जनरल मैनेजर मार्केटिंग सोसायटी बालोतरा तथा जिले के समस्त क्रय विक्रय सहकारी समिति एवं ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापकों तथा उर्वरक निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक में जिला कलक्टर श्री सुशील कुमार यादव ने उर्वरक निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि जिले में उर्वरक आपूर्ति समय पर किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सहकारी समितियों के व्यवस्थापको को निर्देश दिए कि कृषकों को उर्वरक पोस मशीन से ही विक्रय करें।

इस दौरान अतिरिक्त निदेशक कृषि डॉ. जी. आर. मटोरिया ने बताया कि उर्वरक निर्माता कंपनियां उर्वरक आपूर्ति के साथ टैगिंग नहीं करें, साथ ही विक्रेताओं को कहा कि आप उर्वरक निर्धारित मूल्य पर ही विक्रय करें यदि किसी विक्रेता द्वारा कोई अनियमित्ता की जाती है तो उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी तथा उर्वरक लाइसेंस का निलंबन भी किया जा सकता है।

डॉ. प्रमोद कुमार यादव, संयुक्त निदेशक कृषि ने डी.ए.पी. के विकल्प के रूप में एक बैग डी.ए.पी. के स्थान पर तीन बैग एस.एस.पी. के साथ एक बैग यूरिया का उपयोग करने की सलाह दी। जिससे किसानो की लागत काम आएगी तथा पौधों को पोषक तत्व अधिक प्राप्त होगे साथ ही एन.पी.के. उर्वरकों के उपयोग की जानकारी दी गई।

श्रीमती इंदुबाला, जीएम मार्केटिंग सोसायटी ने बताया कि सहकारी समितियों से डी.ए.पी. के स्थान पर एस.एस.पी. एवं एन.पी.के. ग्रेडस के उर्वरक की मांग सभी जीएसएस से प्राप्त की गई। जिससे किसान आगामी रबी सीजन 2024 - 25 में डीएपी उर्वरक के वैकल्पिक रूप में एस.एस.पी एवं एन.पी.के ग्रेडस के उर्वरक का अधिक से अधिक उपयोग किया जा सके।