एक तरफ भजनलाल सरकार नियमों को लेकर सख्त है। दूसरी ओर टोंक जिले के निवाई उपखंड से होकर गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग जयपुर कोटा के समीप अवैध तरीके से रिसोर्ट का निर्माण कर संचालित किया जा रहा है।
अवैध निर्माण कर कर सालों से रिसोर्ट का संचालन अवैध तरीके किया जा रहा है ।संचालित रिसोर्ट नियम कायदे आज भी मुंह चिढ़ाती हुई नजर आ रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग से कितनी ही बार कलेक्टर,उपखंड अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों का आना-जाना रहता है। रिसोर्ट में रुकते भी हैं खाना भी कहते हैं लेकिन कारवाई ना बाबा ना है।
आखिरकार ऐसी क्या मजबूरी बन गई है।जिसकी वजह से कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
राजस्व विभाग द्वारा समय-समय पर पटवारी से रिपोर्ट लेकर समीक्षा करते हैं। समीक्षा कर राज्य सरकारों को आंकड़े भिजवाए जाते हैं। राज्य सरकार को दी जाने वाली रिपोर्ट भी गलत प्रस्तुत की जा रही है। बात करें तो सारा मामला ढाक के तीन पान के बराबर है।
आंकड़ों का खेल सारे नियम कायदे फैल
इतना सब होने पर राजस्व विभाग द्वारा की जानी वाली गश्त पर भी सवाल उठना लाजिमी है।
लगातार हो अवैध रिसोर्ट संचालन से सरकार को लगातार लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है।
यह रिसोर्ट नंबर वन
अवैध निर्माण कर बनाया गया रिसोर्ट प्रशासन से गुपचुप सांठ गांठ कर बीसलपुर लाइन से पानी चोरी, बिजली चोरी के साथ-साथ राजस्व चोरी में भी नंबर वन है।
बारानी भूमि पर अवैध निर्माण
बिना भू रूपांतरण किये ही प्रशासनिक अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाकर सारे नियमों को धता बताते हुए बारानी भूमि भूमि पर लगातार आज भी निर्माण जारी है।
उधोग से वाणिज्य
औद्योगिक प्रयोजनार्थ भूमि पर वाणिज्य गतिविधियां संचालित
प्रशासन की साथ गांठ का एक जिता जागता उदाहरण निवाई उपखंड में यह भी है। जिसमें औद्योगिक प्रयोजनार्थ भूमि पर खुलेआम वाणिज्य गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है।
इनका कहना
बारानी भूमि पर पर रिसोर्ट संचालन करना ग़लत है और फिर किया जा है तो गलत है उसकी जांच करवाकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी
सुरेश हरसोलिया उपखंड अधिकारी निवाई