भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उमर का बयान भ्रामक और झूठे दावों से भरा हुआ है, उमर अब्दुल्ला इस तरह की बयानबाजी करके जम्मू-कश्मीर की जनता की आँखों में धूल झोकना बंद करें, चुनाव में करारी हार के डर से अब्दुल्लाह इस तरह की बयानबाजी बोखलाहट, घबराहट एवं कुंठित मन से कर रहे हैं।
चुग ने कहा की जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है और संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करना प्रत्येक राजनीतिक दल का कर्तव्य है। उन्होंने ने कहा की केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया है की भारत की संसद द्वारा पारित जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 में कोई बदलाव नहीं किया गया है और २०२० में जारी अधिसूचना के मुताबिक ही जम्मू कश्मीर में सभी नियम रहेंगे और इसमें बदलाव का कोई प्रश्न ही नहीं है। उन्होंने कहा की उमर अब्दुल्लाह के आरोप पूरी तरह से आधारहीन और तथ्यहीन और सचाई से कोसो दूर है यह सिर्फ जम्मू–कश्मीर की जनता को गुमराह करने की एक साजिश है और भारतीय जनता पार्टी ऐसी किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देगी।
चुग ने कहा की जम्मू और कश्मीर के लोगों ने ऐतिहासिक, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार स्थापित करने के मोदी सरकार के प्रयासों का दिल खोल के समर्थन किया है, धारा 370 के हटने के बाद पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए और इन चुनावों में मतदान प्रतिशत में हुई भारी वृद्धि और शांतिपूर्ण मतदान भारतीय लोकतंत्र की जीत को दर्शाता है, यह बुलेट पर बलेट की जीत को प्रदर्शित करता है।
चुग ने कहा की ऐसे में उमर अब्दुल्लाह और महबूबा मुफ़्ती जैसे परिवारवादी और अलगाववादी नेताओं को तिलमिलाहट होना लाज़मी हैं जो सिर्फ जम्मू कश्मीर के लोगो की आँखों में धूल झोक कर जनता के संसाधनों को हड़पना चाहते हैं लेकिन इस बार जब 8 अक्टूबर को बेलेट खुलेंगे तो पूरे भारत में मिठाइयाँ बटेंगी लेकिन मातम पाकिस्तान में होगा, परिवारवादी और भ्रष्टाचारी दलों की हार होगी और प्रधानमंत्री मोदी जी के सुशासन की जीत होगी और मुझे पूरा विश्वास हैं की भाजपा प्रचंड बहुमत से जम्मू कश्मीर के चुनाव जीतेगी।