बूँदी । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ पी सामर ने शनिवार को सीएचसी नमाना का औचक निरिक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जाना उन्होंने विभाग द्वारा चलाये जा रहे स्वास्थ्य दल-आपके द्वार के दूसरे चरण के तहत मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम हेतु एंटीलार्वल गतिविधियों एवं सर्वे कार्यों को क्रॉस चैक किया। उन्होंने एएनएम एवं आशाओं के द्वारा पूर्व में किए गए कार्यों की जांच की एवं अस्पताल मे उपस्थित लोगो को मौसमी बीमारियों से बचाव रखने की जानकारी दी। और उन्हें कूलर, फ्रिज, गमलों की जाँच करने और नियमित रूप से उनका पानी बदलने के लिए प्रेरित किया। निरिक्षण के दौरान सीएचसी स्टॉफ उपस्थित रहा कुछ कार्मिक बिना यूनिफार्म आईडी के मिले जिस पर डा सामर ने उन्हें नियमित यूनिफार्म और आईडी मे आने के निर्देश दिए
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ओ पी सामर ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य दल-आपके द्वार का दूसरा चरण आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विभाग में कार्यरत आशा, एएनएम एवं स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा घर-घर जाकर मच्छरों से निजात पाने के उपायों के साथ ही मौसमी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए आमजन को जागरुक कर रही है। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा किए जा रहे कार्यों को क्रॉस चैक करने के लिए आज उन्होंने सीएचसी नमाना का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा किए गए कार्यों की पुन: जांच की। निरिक्षण के दौरान उन्होंने सफाई व्यवस्था, निःशुल्क दवा, एवं जाँच योजना, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना, मरुधरा एप, टीकाकरण, बायोमेडिक्लेवेस्ट सहित विभागीय योजनाओं की जानकारी ली । डॉ.सामर ने बताया कि उन्होंने घर-घर जाकर चिकित्सा विभाग द्वारा किए गए सर्वे कार्यों की जांच की और उन्होंने गठित टीमों से सोर्स रिडक्शन, एन्टीलार्वल, एन्टीअडल्ट गतिविधियों के बारे में भी जानकारी ली। स्वास्थ्यकमिर्कयों ने बताया कि वे नियमित घर-घर जाकर पानी से भरे कंटेनरों और जल भराव वाले स्थानों पर मच्छरों की उत्पत्ति के लिए टेमीफोस, एमएलओ डाल रहे हैं। इसके अलावा बुखार के मरीजों को चिन्हित कर उन्हें दवाइयां भी दी जा रही हैं। एवं चिकित्सा विभाग के कर्मियों द्वारा नियमित रूप से घर-घर आकर मौसमी बीमारियां, मच्छर एवं लार्वा संबंधित जानकारी दी जा रही है। नगर परिषद् एवं नगरपालिका द्वारा भी फोगिंग की कार्यवाही की जा रही है।
चिकित्साकर्मियों के अवकाश पर लगी रोक
डॉ. सामर ने बताया कि मौसमी बीमारियों के बचाव एवं नियंत्रण के चलते चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अवकाश पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है। चिकित्साकर्मी चिकित्सा सस्थानों में रहकर मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही करेंगे। इसके अलावा मौसमी बीमारियों के कारण जहां भी रोगी भार में अत्यधिक वृद्धि हो रही है, वहां विशेष ओपीडी का संचालन भी किया जावेगा। उन्होंने स्टॉफ की ड्यूटी रोटेशन से लगाने के निर्देश भी दिए!
मौसमी बीमारियों से अहतियात बरतें
सीएमएचओ डॉ. सामर ने बताया मौसमी बीमारियों से बचने के लिए शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिएं। वहीं रात को सोते समय मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाले लोशन व तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। टूटे बर्तन, पुराने टायर और ड्रमों आदि में पानी न खड़ा होने दें। इसके साथ मलेरिया, डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचने के लिए फ्लावर पॉट, गमलों व टंकी में ज्यादा दिनों तक पानी खड़ा नहीं होने देना चाहिए। घर में पोछा लगाने वाले पानी में केरोसीन या फिनायल डालकर नियमित पोछा लगाएं। जब घर से बाहर निकलें, तो पूरी बांह के कपड़े पहनें, शॉट्र्स से परहेज करें। मच्छर गाढ़े रंग की तरफ आकर्षित होते हैं, इसलिए हल्के रंग के कपड़े पहनें। तेज महक वाली परफ्यूम से बचें क्योंकि मच्छर तेज महक की तरफ आकर्षित होते हैं। बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह लें।
रविवार को मनाएं सूखा दिवस
सीएमएचओ डॉ. सामर ने आमजन से अपील की कि जिले में प्रत्येक रविवार को सूखा दिवस (ड्राई-डे) मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आप लोग भी प्रत्येक रविवार को कूलर, फ्रिज की ट्रे, गमलों, पक्षियों के परिण्डों का पानी गिराकर नया पानी डालें तथा जलभराव वाले छोटे गड्ढों में से पानी निकाल दें। ऐसा करके हम अपने परिवार को मच्छरजनित बीमारियों से बचा सकते हैं।