राज्य सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों की शीघ्र भर्ती के लिए आवेदन लिए जाने हैं, ऐसे में जहां एक और वाल्मीकि समाज में हर्ष व्यक्त करते हुए यूडीएच मंत्री का माल्यार्पण कर स्वागत किया वहीं उन्होंने इसमें आ रही अनुभव प्रमाण पत्र की बाध्यता मैं शिथिलता बरतने की मांग की है। भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष अनूसूचित जाति मोर्चा कोटा शहर राकेश सफेला ने झाबर सिंह खर्रा स्वायत शासन एवं नगरीय विकास मंत्री राजस्थान सरकार को ज्ञापन दिया जिसमें उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारी भर्ती नियमों में अनुभव प्रमाण-पत्रों में शिथिलता दी जानी चाहिए। वाल्मीकि समाज के लोग बेहद पिछड़े हैं और अलग-अलग जगह पर काम करते हैं। जहां उन्हें अनुभव प्रमाण पत्र मिलना संभव नहीं है, ऐसे में इस नियम में शीथिलता बरतते हुए राहत प्रदान की जानी चाहिए। राकेश सफेला ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया की स्वायत शासन विभाग द्वारा जारी राजस्थान सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मिकी समाज के आवेदकों की पात्रता के लिए नगर निगम परिषद पालिका में कार्यरत सफाई श्रमिको के लिए सक्षम अधिकारी के प्रमाणियकरण की अनिवार्यता हटाई जावें तथा सफाई कर्मचारियों के लिए राजकीय संस्थानों, प्राईवेट संस्थानों, ग्रामीण क्षेत्रों में और हॉस्पिटल में कार्यरत सफाई श्रमिकों के अनुभव प्रमाण-पत्र मान्य किया जाये। जिससे वाल्मिकी समाज सफाई श्रमिक ज्यादा से ज्यादा आवेदन कर सके।इस विषय को गहनता से अमल में लाया जाये और सफाई श्रमिकों को आवेदन करने में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना हो। इस पर यूडीएच मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि वाल्मीकि समाज सफाई भर्ती में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। इस अवसर पर अविनाश डंगोरिया, पंकज घेंघट,अशोक पचेरवाल,रवि सोनवाल,संदीप नकवाल, विरेंद्र पचेरवाल,सुरेश वाल्मीकि, रवि बोयत,राजेंद्र घेंघट आदि प्रमुख कार्यक्रर्ताओ ने कोटा सर्किट हाउस में ज्ञापन दिया।