इंद्रगढ़ राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय इंदरगढ़ में लुई पाश्चर की पुण्यतिथि पर रेबीज जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉक्टर गणेश नारायण दाधीच एवं डॉ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि रेबीज का वायरस गर्म खून वाले जानवरों खास कर कुत्तों, बिल्लियों, बंदर,चमगादड़, लोमड़ी एवं गीदड़ के काटने से मनुष्य में फैलता है, यह एक लाइलाज बीमारी है। इससे बचने के लिए रेबीज का टीका लगाना अत्यंत आवश्यक है एवं घर में पालतू जानवरों को एंटी रेबीज टीके लगवाने चाहिए। रेबीज वायरस से मनुष्य में हाइड्रोफोबिया हो जाता है जिसके कारण मनुष्य लार टपकाने लगता है। लकवे का शिकार हो जाता है।  पानी को देखकर डरने लगता है। अंत में दर्दनाक मृत्यु हो जाती है।हर साल विश्व में 59000 मोते रेबीज के कारण होती है। जिसका बचाव ही उपचार है।