अनंत चतुर्दशी की पूर्व संध्या पर महाराव उम्मेद सिंह द्वितीय की जयंती समारोह का आयोजन किया गया। हाड़ौती क्षत्रिय शिक्षा प्रचारिणी समिति के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी थी।

अध्यक्षता पूर्व सांसद इज्यराज सिंह ने की। विशिष्ट अतिथि लाडपुरा विधायक श्रीमती कल्पना देवी एवं अयोध्या के पीठाधीश्वर जगतगुरु संत स्वामी बालमुकुन्दाचार्य जी थे।

उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने माँ भगवती एवं महाराव उम्मेद सिंह द्वितीय की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिक कोटा की नींव महाराव उम्मेद सिंह द्वितीय ने रखी थी और उनकी दूरदर्शिता के कारण कोटा का निरंतर विकास हुआ है। 

उप मुख्यमंत्री ने महाराव उम्मेद सिंह द्वितीय के हाड़ौती क्षेत्र में शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, वन, भू राजस्व, और पशुधन के क्षेत्र में दिए गए अमूल्य योगदान को याद किया। 

उन्होंने महिलाओं के शिक्षा, खेलों एवं नौकरी के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने को विकसित भारत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि समारोह में उपस्थित मातृशक्ति का सम्मान करते हुए उन्हें गौरव का अनुभव हो रहा है। 

समारोह में उप मुख्यमंत्री द्वारा क्षत्रिय राजपूत समाज के शिक्षा, खेलकूद, और सरकारी नौकरियों में सफल होने वाली करीब 90 युवा प्रतिभाओं को प्रमाण पत्र और ट्रॉफी प्रदान की गई। 

उन्होंने युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि नई पीढ़ी को न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि संस्कार और आध्यात्मिक चेतना के साथ राष्ट्र का गौरव बढ़ाने की दिशा में भी अग्रसर होना चाहिए।

अयोध्या के पीठाधीश्वर जगतगुरु संत स्वामी बालमुकुन्दाचार्य जी ने कोटा के वीर इतिहास और क्षत्रिय धर्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए क्षत्रियों और क्षत्राणियों के योगदान का स्मरण कराया। 

समारोह की अध्यक्षता कर रहे पूर्व सांसद इज्यराज सिंह ने पुरस्कृत युवाओं को बधाई दी और कोटा के विकास के लिए बजट प्रदान करने के लिए उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी का आभार व्यक्त किया। 

कार्यक्रम में हाड़ौती क्षत्रिय शिक्षा प्रचारिणी समिति के अध्यक्ष शिवराज सिंह राठौड़, महासचिव ठाकुर वीरेन्द्र सिंह शक्तावत, पूर्व आईएएस अमर सिंह एवं कार्यकारिणी व समाज के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।