बूंदी। एकादशी डोल यात्रा के अवसर पर वर्षाे से सभी देवों को विमान में बैठाकर अपने अपने मन्दिर से प्रांरम्भ हो कर जयकारों के साथ रतनसागर झील में स्नान करवाने एवं सरोवर की पूजा अर्चना की गयी। सभी ग्रामीणों में उत्साह की अनुभूति की गयी। भगवान के बिमाणों के निचे से निकलना, फल, फूल चढाना, ढोक विनती कर आशीर्वाद चाहना बहुत ही सहजता से देखा गया। गाजे बाजों के साथ ग्राम भ्रमण के दौरान महिला, पुरूष, बच्चे, बच्चियां भगवान के भजनों पर नृत्य करती रही।  देवों का सरोवर में स्नान बाद रतनसागर झील की पाल पर सामूहिक पूजन कर महाआरती की गयी। आरती लेकर प्रसाद वितरण हुआ। 


बस स्टेण्ड पर स्थापित गणेशजी के स्थल पर आरती में सभी सम्मिलित हुये। यहां पर छप्पन भोग लगाया गया जिसका सभी मे प्रसाद वितरण किया गया। सभी समाज के बन्धुओं की सहभागिता रही। सभी की खुशहाली की मंगलकामनाऐं की गयी। सभी ने जयकारों के साथ वातावरण खुशीनुमा भगवत रस मय बना रहा। सर्व प्रथम बाबा रामदेवजी महाराज का झुलुस व विमान निकले। इनके बाद भगवान श्रीलक्ष्मीनाथ जी, श्री गोपाल जी, श्री मुरलीमनोहर जी, श्री सत्यनारायण जी, श्री रघुनाथ जी, श्री चारभुजानाथ जी, श्री नृसिंह जी भगवान के मन्दिरों के सभी देवों के विमान झलझुलनी एकादशी पर गांव भ्रमण करते हुये रतनसागर झील सरोवर में स्नान बाद वापिस अपने अपने मन्दिर स्थलों पर विराजमान किये गये।