पालकी (बेवाण) को लेकर आज फैसला लिया जाएगा। लोगों की मांग है कि दोबारा जुलूस निकाला जाए और पालकी को सम्मान के साथ पहुंचाया जाए। फैसला होने तक बाजार बंद रहेगा। कस्बे में अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस फोर्स लागाई गई है। प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। शनिवार को जल झूलनी एकादशी के जुलूस के दौरान जमकर हंगामा हुआ था। नारेबाजी के बाद भगदड़ मच गई थी। एक इमारत से जुलूस में शामिल लोगों पर पथराव किया गया था। इसमें 8 साल के बच्चे समेत कुछ लोग चोटिल हो गए थे। घटना के विरोध में जहाजपुर के बाजार बंद करा दिए थे। इसके बाद विधायक गोपीचंद मीणा की अगुवाई में कल्याणजी मंदिर के पास लोग धरने पर बैठ गए थे। जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया- घटना के तुरंत बाद मैं और एसपी राजेश कांवट मौके पर पहुंच गए थे। दोनों पक्षों को समझाया और मौके से हटाया था। रात में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। जो उचित एक्शन लेना चाहिए वह लिया जा चुका है। कुछ लोगों को डिटेन किया गया था। इनमें एक महिला भी है। रात में दो-तीन छुटपुट घटनाएं हुईं हैं।अवैध अतिक्रमण के खिलाफ भी कार्रवाई हुई है। दो इमारतों के खिलाफ नोटिस जारी किए हैं। लोगों का कहना है कि निर्माण अवैध रूप से किया गया है। तालाब के पास कुछ अवैध केबिन हटाए गए। एसडीएम हालात देख रहे हैं। पुलिस ने माहौल बिगाड़ने के आरोप में 12 लोगों को डिटेन कर लिया था। रात 8.30 बजे विधायक की अगुवाई में धरने पर बैठे लोग बुलडोजर-बुलडोजर के नारे लगाने लगे थे। ये लोग उस इमारत को तोड़ने की मांग कर रहे थे, जहां से पथराव हुआ था।रात 8.30 बजे नगर पालिका मंडल जहाजपुर ने शाहपुरा रोड पर अवैध केबिन हटाने की कार्रवाई शुरू की थी। नगर पालिका चेयरमैन नरेश मीणा के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई थी।