टीम जीवनदाता कोटा सहित आसपास के क्षेत्र में लोगों की मदद के लिए हर समय तत्पर रहती है। इसी के चलते लोगों को सुलभ रूप से एसडीपी उपलब्ध हो पा रही है। सेवाभावी लोगों द्वारा एसडीपी डोनेट कर जरूरतमंद की मदद की जा रही है, जिससे मरीजों को समय रहते एसडीपी उपलब्ध हो पा रही है। टीम जीवन दाता के संरक्षक व संयोजक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि करीब 277 किलोमीटर ट्रेन का सफर तय करते हुए मरीज के परिजन मंदसौर से कोटा पहुंचे। मरीज के परिजनों को तत्काल एसडीपी उपलब्ध कराई गई और उन्हें वापस ट्रेन से रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि मंदसौर में विद्या कंवर की प्लेटलेट निरंतर गिर रही थी, परिजन परेशान हो रहे थे, टीम जीवन दाता के संयोजक के रूप में मंदसौर में कार्य कर रहे, टीम जीवनदाता मंदसौर के संयोजक ओमप्रकाश राठौर ने मैसेज को कोटा वायरल किया, उसके बाद भुवनेश गुप्ता ने स्थिति को समझते हुए समय का विशेष ध्यान रखते हुए समय पर एसडीपी उपलब्ध कराई और उन्हें तत्काल रवाना किया। भुवनेश गुप्ता ने कहा कि दीपक भाटिया जो की एलआईसी में कार्यरत हैं और कोई अभिकर्ता सम्मेलन होने जा रहा है उसके कार्यक्रम में व्यस्त थे, लेकिन जब पूरी प्रक्रिया और स्थिति की गंभीरता को देखा तो वह कार्यक्रम की व्यवस्थाएं छोड़ पहले अपना ब्लड सेंटर तलवंडी पहुंचे और उन्होंने एसडीपी डोनेट की। मरीज के परिजन शैलेंद्र राठौर ने जब यह पूरी प्रक्रिया देखी तो वह आश्चर्यचकित रह गए। मंदसौर और आसपास के क्षेत्र में एसडीपी की मशीन नहीं होने से इस तरह की समस्या आ रही है।