उनियारा.सामाजिक जागृति के पुरोधा कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को उनके 85 वे जन्मदिवस पर श्री सवाई भोज छात्रावास परिसर उनियारा में पर श्रद्धांजलि दी गई। इस दोरान छात्रावास परिसर में पेड़ लगाए गए.
.....बैंसला का संपूर्ण जीवन संघर्ष में बीता
साहसी और सरल स्वभाव के बैंसला असामान्य स्वास्थ्य के बावजूद जीवनपर्यंत कर्मशील रहे। जिस उम्र में लोग सेवानिवृत होकर अपने ऐश-ओ-आराम के सपने बुनते हैं, उस उम्र में बैंसला ने पिछड़ों के उत्थान का बीड़ा उठाया और निरंतर उनके लिए संघर्ष किया। यह बहुत कम लोग जानते हैं कि बैंसला ने भारत पाक युद्ध में देश के लिए बहुत यातनाओं को सहना पड़ा था। बैंसला सही से चल भी नहीं पाते थे बावजूद इसके उनका अदम्य साहस और जुनून उनके मरते दम तक भी कम न हुआ। उपस्थित सभी समाज बंधुओ ने कर्नल साहब की जीवनी पर विचार रखे। इस दौरान अध्यक्ष बद्री लाल गुजर, देवकिशन गुजर, उम्मेद गुजर, हरिकेश, देवलाल, भँवर लाल, गोकुल, रामप्रसाद, प्रधान , गिर्राज,आनंद शर्मा आदि समस्त समाज बंधु उपस्थित रहे।