एसडीपी डोनर्स के साथ मिलकर काम कर रही टीम जीवनदाता निरंतर लोगों की मदद करते हुए एसडीपी उपलब्ध करा रही है। देर रात भी लोगों की निरंतर सहजता से मदद की जा रही है, ऐसे ही एक मामले में रात 1:30 बजे एक जरूरतमंद को एसडीपी उपलब्ध कराई गई। टीम जीवन दाता के संरक्षक व संयोजक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीज को गैंग्रीन हो गया था और आॅपरेशन किया जाना बेहद जरूरी था, इसके लिए प्लेटलेट कम होने पर एसडीपी चढ़ाई जानी थी। परिजन मांगीलाल परेशान हो रहे थे ऐसे में एक परिजन जगदीश का कॉल आया और स्थिति से अवगत कराया। ग्रामीण परिवेश से आए यह लोग एसडीपी के बारे में भी ठीक से समझ नहीं पा रहे थे, लेकिन फिर भी मरीज की हर संभव मदद की गई और ओ पॉजिटिव एसडीपी के लिए रात को कॉल किए गए। धार्मिकता के साथ ही मानवता को सर्वप्रथम समझने वाले अनुपम जैन को कॉल किया गया, वह कहीं पापा के साथ व्यस्त थे लेकिन जब स्थिति की गंभीरता को समझा । अपनी पत्नी लता जैन से चर्चा की। लता ने मानवतावादी रुख दिखाते हुवे पति अनुपम के साथ अपना ब्लड सेंटर तलवंडी पहुंची और पति अनुपम ने 5वीं बार एसडीपी डोनेट की। अनुपम जैन इससे पूर्व 25 बार ब्लड डोनेशन कर चुके हैं। उनकी पत्नी लता जैन ने एसडीपी की पूरी प्रक्रिया को देखा और समझा तो इस कार्य के लिए उन्होंने अपने पति पर गर्व महसूस किया।