ऑफिस और घर की टेंशन में पुरुष अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं जिसका असर उन्हें बढ़ती उम्र में दिखना भी शुरू हो जाता है। हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जिम का सब्सक्रिप्शन और बैलेंस डाइट लेने पर तो सभी का ध्यान जाता है लेकिन क्या आपको मालूम है कि डेली रूटीन में धनुरासन को शामिल करने से पुरुषों की सेहत को बेशुमार फायदे (Dhanurasana Benefits) मिल सकते हैं?

Dhanurasana Benefits: धनुरासन की मदद से पुरुष न सिर्फ अपने शरीर को लचीला बना सकते हैं बल्कि हार्मोनल उतार चढ़ाव के कारण होने वाली कई समस्याओं से भी बच सकते हैं। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि कैसे यह आपको दिल से जुड़ी बीमारियों से बचा सकता है और बढ़ती उम्र में रीढ़ की हड्डी को भी सीधा बनाए रखने में मददगार साबित हो सकता है। देखा जाए, तो फिजिकल और मेंटल दोनों ही हेल्थ के लिहाज से यह योगासन बेहद फायदेमंद साबित होता है। आइए जानें कुछ ऐसी वजह जिनके कारण पुरुषों को रोजाना इसे अपने रूटीन का हिस्सा बनाना चाहिए। 

फिजिकल हेल्थ के लिए फायदे

  • रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है: धनुरासन रीढ़ की हड्डी को लचीला और मजबूत बनाता है, जो पीठ दर्द, सिरदर्द और अन्य रीढ़ से संबंधित समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
  • पाचन में सुधार करता है: धनुरासन अंगों के दबाव को बढ़ाकर पाचन में सुधार करता है, कब्ज और अपच को कम करता है।
    • श्वास में सुधार करता है: यह आसन फेफड़ों को खोलकर श्वास क्षमता को बढ़ाता है, जो ऑक्सीजन के अवशोषण में सहायता करता है।
    • हार्ट हेल्थ को दुरुस्त करता है: धनुरासन हृदय गति को बढ़ाकर रक्त प्रवाह को सुधारता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है। 
    • लचीलापन बढ़ाता है: यह आसन शरीर के अलग-अलग मांसपेशियों को खींचकर लचीलापन बढ़ाता है, जो चोट के बाद होने वाले अंदरूनी डैमेज से आपको बचा सकता है।

    मेंटल हेल्थ के लिए फायदे

    • तनाव को कम करता है: धनुरासन तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है, जो बेहतर नींद और मन की शांति को बढ़ावा देता है।
    • मूड को बेहतर बनाता है: यह आसन शरीर में एंडोर्फिन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जो एक नेचुरल मूड एन्हांसर है।
    • आत्मविश्वास बढ़ाता है: धनुरासन की मदद से शरीर के पोश्चर को सुधारकर आप अपने आत्मविश्वास को भी बढ़ा सकते हैं।

    ऐसे करें 'धनुरासन'

    • सबसे पहले पेट के बल लेटें और घुटनों को मोड़कर पैरों के तलवों को नीचे की ओर रखें।
    • इसके बाद हाथों को पीछे ले जाकर टखनों को पकड़ें।
    • धीरे-धीरे अपने शरीर को ऊपर उठाएं, छाती को खोलें और रीढ़ की हड्डी को पीछे की ओर झुकाएं।
    • इस स्थिति में कुछ सेकंड के लिए रुकें, फिर धीरे-धीरे वापस नीचे आएं।

    इन बातों का भी रखें ध्यान

    • धनुरासन करते समय अपने शरीर को ढीला छोड़ दें।
    • अगर आपको कोई चोट या हेल्थ इश्यू है, तो इसे करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

 

Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।