गोरखपुर / माहे सफर 26 तारीख को जाफरा बाजार में शमसीर अली के निवास पर एक मजलिसे अजा आयोजित की गई है। मजलिस के पूर्व मसीया ख्वानी के परायज अन्जाम दिये गये पेश खानी जनाब मौलाना शबीह आजमी ने अन्जाम दिये वाद पेश खानी मौलाना कासिफ रजा रिजवी ने मजलिस को सम्बोधित किया अपने सम्बोधन में कहा कि हजरत ईमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की जंग हक और इन्साफ की लड़ाई और इस्लाम की बका के लिए जंग लड़ी गई जिसमे उनके 72 जानिसारों की कुर्बानी देकर हक़ और इन्साफ को बचाया। तत्पश्चात् सम्बोधन के पश्चात् हाशमी ब्रदर्स अहले सुन्नत गाजीपुर से आये हुए नौहे ख्वान ने नौहे ख्वानी किया इसके बाद मशहूर नौहे ख्वान सुहेल बस्तवी अपने गमर्गीन नौहों से माहौल को और गमगीन बना दिया।

अन्जुमन हुसैनियां गोरखपुर के सदस्यों की भारी संख्या में सहभागिता रही। जिसमे सै० शकील रिजवी करबलौई, सि्ते हसन, अविस अब्बास, आमिर हुसेन,कामिल, कुमैल, शारिब, तफसीर, तालिव रिजवी, अली अबास, कैफी, जब्बाद, मिर्जा अली अब्बास, असकरी, श्याम्, आसिफ, राजा रिजवी, आअली रिजवी, शहजाद, साजिद,मुहम्मद आरिफ, रहबर, राज, समीर, जुल्फिकार रिजवी, दानिश, कैशर अबास रिजवी, सुल्तान हैदर, सिब्ते हसन रिजवी,असकरी इत्यादि मौजूद रहे।