गुनौर : नव गठित गुनौर नगर परिषद में पार्षदों की महत्वकांछाओं के चलते सारा काम-काज प्रभावित हो रहा है। आलम यह है कि अभी तक दबी जुमां में शिकवा शिकायत करने वाले पार्षद नगर परिषद के कार्यों में भी रोड़ा अटकाने लगे हैं। विदित हो कि 30 अगस्त को नगर परिषद में बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें नगर परिषद अध्यक्ष द्वारा 8 बिंदुओं का एजेंडा तय किया गया था। बैठक में कुछ पार्षदों ने इन प्रस्तावों पर हंगामा किया, जिसके चलते कोई प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। जिससे नगर पारिषद के कार्य प्रभावित हुए हैं। नगर परिषद की अध्यक्ष अर्चना मलखान सिंह ने बताया कि परिषद की बैठक में सभी प्रस्तावों पर सौहार्दपूर्ण चर्चा हुई, लेकिन कोई प्रस्ताव पारित नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि पार्षदों के इस तरह के आचरण से नगर का विकास प्रभावित होता है। गौरतलब है कि नगर परिषद गुनौर के कुछ पार्षदों ने बैठक के दौरान पार्षद मानषी सिंह, राजश्री त्रिपाठी, गैंदा बाई वर्मा, गुलाब बाई यादव, राज्जूलाल लोधी, देवेन्द्र सिंह यादव, माया रैकवार, ज्योति पाठक, प्रीती पटेल एवं रामपाल आदिवासी ने अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा कि बैठक में दिए गए एजेंडे में प्रस्ताव क्रमांक 1 जिसमें कर्मचारियों को कलेक्टर दर पर स्वीकृत कर उन्हें ईपीएफ दिए जाने का प्रस्ताव था, उससे सभी पार्षद सहमत हैं, शेष प्रस्ताव पर सभी की असहमति है। पार्षदों का कहना है कि विगत दो वर्षों में हुए खर्च का व्यौरा पार्षदों को दिया जाए, उसके बाद ही शेष बिंदुओं पर विचार किया जायेगा। गौरतलब है कि अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों की इस घेराबंदी का खामियाजा नगर को होगा। लेकिन पार्षदों को इससे कोई सरोकार जान नहीं पड़ता। नगर परिषद की अध्यक्ष अर्चना मलखान सिंह ने सभी पार्षदों को सभी तरह की जानकारी देने का आश्वासन भी दिया है, बावजूद इसके पार्षद दबाब की राजनीति करने में जुटे हैं।
अपने ही वार्डों के काम अटका रहे पार्षद
गौरतलब है कि गुनौर नगर परिषद में अध्यक्ष के खिलाफ लामबंध पार्षदों की हठ के चलते उनके वार्डों सहित नगर के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। नगर परिषद की बैठक में नगर में हो रही चोरियों को देखते हुए सीसीटीवी लगावाने, चौराहों का नवीनीकरण एवं सौन्दर्यीकरण , कचरा प्रबंधन, वन भूमि पर विकास कार्यों के प्रस्ताव पर चर्चा सहित कई महत्वपूर्ण कार्यों का प्रस्ताव अटक गया है। कुछ दिनों पूर्व नगर के इन्हीं पार्षदों ने अपने वार्डों में कार्य नहीं होने की शिकायत की थी, अध्यक्ष ने जब इन वार्डों के कार्यों को न करने वाले ठेकेदारों पर कार्यवाही का प्रस्ताव दिया तो वह भी अटक गया। बताया जाता है कि नगर के वार्ड क्रमांक 8,9 में मुख्य मार्ग थाना से विनय के घर तक सीसी पेवर्स कार्य, वार्ड क्रमांक 1,2,3 मुख्य मार्ग हायर सेकेण्डरी स्कूल से इन्द्रकुमार लोधी के मकान तक सीसी सड़क निर्माण कार्य, वार्ड क्र. 15 प्राथमिक शाला से रामपाल के घर तक एवं सूरजदीन के मकान तक सीसी सड़क निर्माण, वार्ड क्र. 8 संकट मोचन जलैया में विकास कार्य, वार्ड क्र. 9 थ्ज्ञाना के बलग में रामलाल साहू के मकान तक सीसी सड़क, वार्ड क्र. 13 भुवन पटेल के मकान से रामकिशुन के मकान तक सीसी सड़क, वार्ड क्र. 13 में संजय खम्परिया से श्रीकांत एवं वार्ड क्र. 12 में मूलचंद से रावेन्द्र तिवारी तक सीसी सड़क, नवीन कार्यालय भवन निर्माण कार्य एवं वार्ड नंबर 08 में शापिंग काम्प्लेक्स निर्माण जिनकी निविदा जारी की गई थीं । लेकिन ठेकेदारों द्वारा इन कार्यों को करने में हीलाहवाली की जा रही है। जिसके चलते नगर परिषद में इन कार्यों की निविदाओं को निरस्त कर पुनः ठेका दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया। लेकिन पार्षदों ने इस प्रस्ताव को भी अटका दिया। एक तरफ वार्ड में काम न होने की शिकायत हो रही है, वहीं दूसरी ओर खुद ही पार्षद कार्य प्रभावित कर रहे हैं, जिसके चलते नगर परिषद में समन्वय नहीं हो पा रहा है।