कैंसर एक घातक बीमारी है। आमतौर पर यही माना जाता है कि जिसे कैंसर हो जाता है, उसके बचने की संभावना दर बहुत कम रह जाती है। हां, कुछ उपचार और सही ट्रीटमेंट की मदद से लाइफ एक्सपेक्टेंसी को बढ़ाया जरूर जा सकता है। लेकिन, यह मरीज की कंडीशन और कैंसर सेल्स कितने फैल चुके हैं, इस तरह की बातों पर निर्भर करता है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह बीमारी कितनी घातक है और जानलेवा है। वहीं, अगर प्रेग्नेंसी के दौरान किसी को कैंसर हो जाता है, तो अक्सर महिलाओं को यह सवाल परेशान करता है कि क्या उनसे उनके गर्भ में पल रहे शिशु को भी यह बीमारी हो सकती है? इसका भ्रूण की सेहत पर क्या असर पड़ सकता है? क्या गर्भवती महिला कैंसर से पीड़ित हो, तो भी क्या भ्रूण को बचाए जाने की संभावना होती है? आइए, इस बारे में हम एक्सपर्ट से जानते हैं।
प्रेग्नेंसी में कैंसर होने का मतलब
क्या कैंसर प्रेग्नेंसी के दौरान भ्रूण की सेहत को प्रभावित कर सकता है?
डॉ. मनीष शर्मा आगे बताते हैं, "वैसे कैंसर एक से दूसरे व्यक्ति में फैलने या स्प्रेड होने वाली बीमारी नहीं है। लेकिन, विशेषज्ञों का कहना है कि कैंसर की वजह से प्रेग्नेंसी प्रभावित हो सकती है। इसका मतलब है कि गर्भ में पल रहे भ्रूण की सेहत पर कैंसर का बुरा असर पड़ सकता है। हालांकि, इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता है प्रेग्नेंसी में कैंसर का अनुभव हर महिला अलग हो सकता है। यहां तक कि कैंसर स्टेज के आधार पर गर्भवती महिला का ट्रीटमेंट भी अलग हो सकता है।" इसलिए, स्पष्ट रूप से इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
प्रेग्नेंसी में कैंसर ट्रीटमेंट कितना प्रभावशाली है?
रिसर्चों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि कैंसर ट्रीटमेंट प्रेग्नेंट महिलाओं पर उतना ही प्रभावशाली है, जितना नॉन-प्रेग्नेंट महिलाओं पर होती है। हालांकि, अगर कंडीशन ज्यादा खराब है और प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिन है, तो ट्रीटमेंट का तरीका अलग हो सकता है। अगर कैंसर सेल्स बहुत तेजी से ग्रो कर रहे हैं, जो भ्रूण के विकास को प्रभावित कर सकते हैं, तो इस कंडीशन में प्रेग्नेंसी को खत्म करने की सलाह भी दी जा सकती है। ऐसा बहुत ही कम या रेयर मामलों में देखा जाता है। बहरहाल, कई बार भ्रूण की सेफ्टी के लिए कैंसर ट्रीटमेंट के कुछ विकल्पों को नहीं चुना जाता है। वास्तव में, सच्चाई यही है कि ट्रीटमेंट इसी बात का पर आधारित होता है कि महिला का कैंसर कितना स्प्रेड हो चुका है और उससे भ्रूण के प्रभावित होने का कितना रिस्क है।