क्या प्रेग्नेंसी के दौरान मां से शिशु को हो सकता है एमपॉक्स?- Can Mpox (Monkeypox) Be Transmitted From Mother To Fetus In Hindi
यशोदा हॉस्पिटल की सीनियर कंसल्टेंट, डॉ.छवि गुप्ता कहती हैं, "प्रेग्नेंसी के दौरान मां से शिशु को एमपॉक्स की समस्या हो सकती है या नहीं, इस सवाल का जवाब जानना बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह बीमारी काफी घातक है और गंभीर स्थिति में मरीज की जान भी जा सकती है। ऐसे में सबकी जिम्मेदारी बनती है कि प्रेग्नेंट महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे शिशु को इस बीमारी से बचाया जा सके।" बहरहाल, इस संबंध में डब्लूएचओ स्पष्ट करता है कि अगर कोई प्रेग्नेंट महिला एमपॉक्स से संक्रमित हो जाती है, तो इससे उनके गर्भ में पल रहे शिशु को यह बीमारी हो सकती है। डॉ.छवि गुप्ता आगे बताती हैं, "जैसा कि आप जानते हैं कि यह एक संक्रमित बीमारी है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो सकती है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से उसके साथ चीजें शेयर करने वालों में भी यह बीमारी हो सकती है। यही नहीं, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न्यू बॉर्न बेबी को भी एमपॉक्स होने का जोखिम रहता है।"
प्रेग्नेंसी में एमपॉक्स कितना खतरनाक हो सकता है?
पुणे स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नितिन गुप्ते बताते हैं, "जैसा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि प्रेग्नेंसी में एमपॉक्स होने पर यह गर्भ में पल रहे शिशु को भी हो सकता है। आपको यह भी बता दें कि प्रेग्नेंसी के दौरान एमपॉक्स होना न सिर्फ महिला के लिए बल्कि शिशु के लिए भी बहुत ज्यादा घातक है। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान, स्टिल बर्थ, नवजात शिशु की मृत्यु या उनकी सेहत पर बुरा निगेटिव असर पड़ सकता है।"
प्रेग्नेंसी में एमपॉक्स से कैसे बचें
डॉ. नितिन गुप्ते कहते हैं, "प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को एमपॉक्स से बचाव करना बहुत जरूरी है। तभी वे इस बीमारी से बची रह सकती हैं और अपने बच्चे को भी बचा सकती हैं। इसके लिए यहां बताए गए टिप्स फॉलो कर सकती हैं-
वैक्सीनेशन लगवाएंः सीडीसी सुझाव देता है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को इस इस अवस्था में सभी जरूरी वैक्सींस लगाने चाहिए, जिससे वे अपने बच्चे को कई तरह की बीमारियों से बचाव कर सकती हैं। इसी तरह, उन्हें एमपॉक्स से बचाव के लिए भी वैक्सीनेशन लगवाना चाहिए। सिर्फ प्रेग्नेंसी ही नहीं, बल्कि जो महिलाएं ब्रेस्टफीड करवाती हैं, उन्हें भी एमपॉक्स का वैक्सीन लगवाना चाहिए। इससे मां और शिशु, दोनों एमपॉक्स के जोखिम से बच सकते हैं।
एंटीवायरल मेडिकेशन लेंः जो महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत ज्यादा बीमार हो गई हैं, लेकिन उन्हें पता है कि वे एमपॉक्स से ग्रस्त हैं या नहीं। इस तरह की कंडीशन में जरा भी लापरवाही न करें। तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपना इलाज करवाएं। इसके अलावा, डॉक्टर द्वारा सजेस्ट की गई एंटीवायर मेडिकेशन जरूर लें। इससे रिकवरी रेट बढ़ सकता है।
शारीरिक संबंध से दूर रहेंः जैसा कि इन दिनों यह स्पष्ट हो गया है कि एमपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति को छूने से, उसके साथ चीजें शेयर करने से फैल सकता है। इसी तरह, गर्भवती महिलाओं को संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए।